- भारत,
- 19-Oct-2025 08:40 PM IST
- (, अपडेटेड 19-Oct-2025 09:42 PM IST)
भारत जल्द ही रेयर अर्थ मेटेरियल की सप्लाई के लिए चिली और पेरू के साथ महत्वपूर्ण व्यापार समझौते को अंतिम रूप दे सकता है. यह कदम चीन पर दुर्लभ खनिजों के लिए भारत की निर्भरता को कम करेगा और ड्रैगन की निर्यात पाबंदियों को बेअसर कर देगा, जिसे चीन एक भू-राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है.
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को एसोचैम (ASSOCHAM) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बताया कि भारत दुर्लभ खनिजों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कई रणनीतिक कदम उठा रहा है. इन कदमों में चिली और पेरू के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत करना, देश के भीतर खनिजों की खोज को बढ़ावा देना और स्टार्टअप्स को रीसाइक्लिंग व प्रोसेसिंग के काम में शामिल करना शामिल है. मंत्री ने घरेलू कंपनियों से अपनी सप्लाई चेन को विविध बनाने और एक-दूसरे का सहयोग करने का भी आग्रह किया, जैसा कि जापान और कोरिया की कंपनियां करती हैं, ताकि व्यापार को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की बढ़ती प्रवृत्ति का मुकाबला किया जा सके.
