जोधपुर / ‘मैं लिव-इन में रहूंगी’, पुलिस कस्टडी में बेटी ने छोड़ा माता-पिता का साथ

राजस्थान के जोधपुर में एक युवती ने अपने माता-पिता के आंसुओं को अनदेखा कर प्रेमी के साथ लिव-इन में रहने का फैसला किया। वायरल वीडियो में मां बेटी से गुहार लगाती दिख रही है, लेकिन बेटी पुलिस सुरक्षा में अपने प्रेमी के घर चली गई। यह घटना प्रेम विवाह कानूनों पर बहस छेड़ रही है।

राजस्थान के जोधपुर जिले के ओसियां क्षेत्र से एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक मां अपनी बेटी के आगे रोती और गिड़गिड़ाती हुई दिख रही है, लेकिन बेटी के मन में मां के प्रति जरा सा भी स्नेह नहीं झलक रहा। दरअसल, युवती अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए अपना घर छोड़कर चली गई और अब पुलिस प्रोटेक्शन के तहत प्रेमी के घर में ही रह रही है और मां लगातार बेटी से ऐसा न करने की गुहार लगा रही है, लेकिन बेटी उसकी बातों को अनसुना कर रही है।

कानून और सामाजिक प्रभाव

यह घटना देश के उन कानूनों पर सवाल उठाती है, जो कुछ मामलों में परिवार के सदस्यों को डर और खौफ के साए में जीने के लिए मजबूर कर रहे हैं। माता-पिता के मन में अपनी बेटियों को लेकर यह चिंता स्वाभाविक है कि कहीं वे किसी ऐसे युवक के प्रेम के चंगुल में न फंस जाएं जो उन्हें जीवन में कष्ट और पीड़ा दे सकता है और ऐसे मामलों में माता-पिता और बेटी के बीच संवेदनाओं और समर्पण का ह्रास हो रहा है।

अदालतों में बढ़ते मामले

ऐसे कई मामले लगातार अदालतों में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाओं के रूप में सामने आ रहे हैं। बेटी के गुमशुदा होने के बाद माता-पिता अदालतों के चक्कर काटते नजर आते हैं। दुखद बात यह है कि जब बेटी मां-बाप के सामने आती है तो कई बार उन्हें पहचानने से भी इनकार कर देती है, जिससे माता-पिता खुद को कोसते रह जाते हैं। यह मामला ओसियां के सामराऊ क्षेत्र का है, जहां बेटी ने प्रेम विवाह किया और पुलिस प्रोटेक्शन के साथ प्रेमी के घर जा रही थी, जबकि उसकी मां चीख-चीख कर रो रही थी।

नए कानून की मांग

हाल ही में ओसियां विधायक भैराराम सियोल ने विधानसभा में इस गंभीर मुद्दे को उठाया था और उन्होंने कहा कि केवल कुंवारी लड़कियां ही नहीं, बल्कि तीन-तीन बच्चों की मां भी '120 की स्पीड से भाग रही हैं'। सियोल ने ऐसे कानून की मांग की जिसमें प्रेम विवाह करने से पहले माता-पिता की अनुमति अनिवार्य हो। यह वीडियो सामाजिक ढांचे और ताने-बाने के विखंडन का एक जीता-जागता सबूत। है, जो समाज में बढ़ती इस समस्या की ओर इशारा करता है।