अमेरिका / बाइडन की कोलोनोस्कोपी के दौरान कमला हैरिस बनीं यूएस की पहली महिला कार्यवाहक राष्ट्रपति

Vikrant Shekhawat : Nov 20, 2021, 11:19 AM
वाशिंगटन: राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को अस्थाई रूप से उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को सत्ता हस्तांतरित कर दी, जब वह एक घंटे 25 मिनट के लिए एक नियमित जांच के लिए एनेस्थीसिया पर गए। अमेरिका की सत्ता कुछ वक्त के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पास रही। राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार की देर रात हर साल होने वाली कॉलोनोस्कोपी के लिए एनेस्थीसिया पर थे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन पास्की ने बताया कि जब बाइडेन एनेस्थीसिया पर थे, उस समय हैरिस ने वेस्ट विंग में अपने ऑफिस से काम किया।

आज 79वां जन्मदिन मनाने वाले हैं बाइडेन

बाइडेन अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति पद संभालने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। आज बाइडेन अपना 79वां जन्मदिन मना रहे हैं। जन्मदिन से एक दिन पहले वे शुक्रवार सुबह वॉशिंगटन के बाहर वाल्टर रीड मेडिकल सेंटर गए। वैसे तो वे हर साल चेकअप और इलाज कराते हैं, लेकिन इस साल जनवरी में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह उनका पहला ट्रीटमेंट है। कॉलोनोस्कोपी एग्जामिनेशन के दौरान बाइडेन को बेहोश किया गया। इसीलिए इस दौरान प्रेसिडेंशियल पावर हैरिस के पास रही।

उपराष्ट्रपति बनकर ही कई 'फर्स्ट' बना चुकीं कमला

इससे पहले भी कमला हैरिस उपराष्ट्रपति बनकर कई 'फर्स्ट' अपने नाम कर चुकी हैं। वह अमेरिका की पहली अश्वेत और पहली दक्षिण एशियाई मूल की उपराष्ट्रपति बनी थीं। पास्की के मुताबिक, बाइडेन के एनेस्थीसिया के असर में रहने तक हैरिस ने प्रेसिडेंशियल पावर संभाली, हालांकि उन्होंने वेस्ट विंग स्थित अपने ऑफिस से ही काम किया।

उपराष्ट्रपति को प्रेसिडेंशियल पावर सौंपना नया नहीं

अमेरिका में यह रूटीन प्रोसेस है कि राष्ट्रपति के ऐसे मेडिकल प्रॉसिजर से गुजरने पर, जहां उन्हें एनेस्थीसिया दिया जाता है और उपराष्ट्रपति को प्रेसिडेंशियल पावर सौंप दी जाती हैं। जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन उपराष्ट्रपति डिक चेनी को कई बार प्रेसिडेंशियल पावर संभालनी पड़ी थी।

अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन के सेक्शन-3 के तहत प्रेसिडेंशियल पावर ट्रांसफर का अधिकार दिया गया है। अमेरिकी संसद की हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स और सीनेट के प्रेसिडेंट प्रो टेंपोर को राष्ट्रपति पत्र लिखकर उपराष्ट्रपति को कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर तैनात करने की घोषणा करने को कह सकते हैं।

ट्रंप ने नहीं दी थी कॉलोनोस्कोपी की जानकारी

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कॉलोनोस्कोपी के लिए जाने पर उपराष्ट्रपति को पावर सौंपने के बजाय इसे सीक्रेट रखा था। इस साल की शुरुआत में यह खुलासा ट्रम्प की एक्स-प्रेस सेक्रेटरी स्टेफनी ग्रिश्म ने किया था। ग्रिश्म ने अपनी किताब 'आई विल टेक योर क्वेश्चंस नाऊ' में बताया था कि ट्रम्प 2019 में कॉलोनोस्कोपी के लिए वाल्टर रीड हॉस्पिटल गए थे, लेकिन तत्कालीन उपराष्ट्रपति माइक पेंस को प्रेसिडेंशियल पावर सौंपना तो दूर, इस चेकअप की जानकारी भी किसी को नहीं दी थी।

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