बॉलीवुड / कनिका कपूर हैं स्पेशल डाइट और 6 नर्सों की देखरेख में, जानें और क्या-क्या मिल रही सुविधाएं

Zee News : Apr 02, 2020, 09:12 AM
नई दिल्ली: बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर (Kanika Kapoor) ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर हाल ही में अपना दर्द बयां किया था कि उन्हें अपने बच्चों और पेरेंट्स की याद आ रही है। लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएशन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में उनका इलाज चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें  तो यहां उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट मिल रहा रहा है। उनकी  देखरेख के लिए एक नहीं कई नर्सेज लगाई गई हैं। कोरोना निगेटिव पाया गया था। साथ ही उन्हें उनकी ही डिमांड पर अलग तरह का खाना भी दिया जा रहा है। उनके लिए स्पेशल रूम और सुविधाएं दी गई हैं। खास बात ये है कि पहले जहां कनिका कपूर अपने साथ मिसबिहेव होने की बात कर रही थीं, वहीं अब वह भी स्पेशल ट्रीटमेंट मिलने से संतुष्ट हैं। एसजीपीजीआई के डायरेक्टर प्रोफेसर आरके धीमन ने भी बताया है कि कनिका कपूर को अलग रूम के साथ अलग डाइट दी जा रही है। बस वह पेशंट्स की तरह व्यवहार करने लगें। वह स्टार की तरह व्यवहार उनकी देखरेख बेहतर तरीके से की जा रही है।

छह नर्सेज कर रहीं उनका हर काम

कनिका कपूर जिस आइसोलेशन वार्ड के स्पेशल रूप में एडमिट हैं वहां उनकी देखरेख के लिए एक नहीं बल्कि छह नर्सेज की ड्यूटी लगाई गई है। हर चार घंटे नर्सों की ड्यूटी बदल जाती है। ये नर्स कनिका के हर काम को करती है। दवा खिलाने से लेकर उनकी केयर तक सब कुछ इनके ही जिम्मे है। आइसोलेशन वार्ड में एक नर्स पूरे समय इनके साथ मौजूद रहती है।

ग्लूटेन फ्री डाइट दी जा रही

कनिका के लिए अलग से खाना बनाया जाता है। ये खाना ग्लूटेन फ्री होता है। कनिका गेहूं या राई आदि में पाए जाने वाले प्रोटीन को पचा नहीं पाती हैं, इसलिए उनके लिए अलग से ग्लूटेन फ्री डाइट बनाई जाती है। जिन लोगों को ऑटो इम्युन डिजीज होता है उनमें ग्लूटेन के प्रति एलर्जी देखने को मिलती है इसलिए कनिका को भी ऐसी ही डाइट दी जा रही है।

स्पेशल रूम में मिली है कई सुविधाएं

कनिका का आइसोलेशन वार्ड बिलकुल अलग है। इसमें उनके लिए अलग से न केवल टॉयलेट और बेड है बल्कि उनके मनोरंजन के लिए टीवी भी लगाई गई है। कमरे में वाईफाई भी है। कनिका के कमरे में एसी भी है और उसका रेग्युलेशन यूनिट भी अलग है।

19 मार्च को पता चला था कनिका कोविड-19 पॉजिटिव हैं

कनिका कपूर को 19 मार्च को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया था और 20 मार्च को पीजीआई में उन्हें एडमिट किया गया। वह 9 मार्च को वो लंदन से लौटी थीं और कुछ दिन बाद उन्हें खांसी और बुखार की शिकायत हुई। जांच के बाद वह कोरोना पॉजिटिव पाई गईं थीं। लंदन से आने के बाद वह कानपुर और लखनऊ में कई जगह गईं थी और उनके संपर्क में 200 से अधिक लोग आए थे। 60 से अधिक लोगों का टेस्ट 

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