Sukhdev Singh Gogamedi / जानिए सुखदेव सिंह और राजू ठेहट को मौत की नींद सुलाने वाला रोहित गोदारा कौन?

Zoom News : Dec 05, 2023, 10:54 PM
Sukhdev Singh Gogamedi: राजस्थान की राजधानी जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद दो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में हैं. वह हैं गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा. दरअसल, इस हत्या की जिम्मेदारी रोहित गोदारा ने ली है. रोहित गोदारा लॉरेंस बिश्नोई का सबसे खासमखास है. इसने बड़े ही साइलेंट तरीके से कई वारदातों को अंजाम दिया है, जिसकी भनक पुलिस तक को भी नहीं लग पाई. आज से करीब एक साल पहले 3 दिसंबर 2022 को राजस्थान के सीकर जिले में ही गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या हुई थी. इसकी जिम्मेदारी भी रोहित गोदारा ने ली थी. आइए जानते हैं कि आखिर रोहित गोदारा कौन है…?

रोहित गोदारा बीकानेर जिले का रहने वाला है. बीकानेर के लूणकरणसर इलाके में इसका घर है. रोहित गोदारा के खिलाफ पुलिस ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया हुआ है. बताया जाता है कि यह देश छोड़कर भाग चुका है. हालांकि इसकी वर्तमान स्थिति के बारे में किसी को जानकारी नहीं है, लेकिन पुलिस को शक है कि यह अजरबैजान या इटली में हो सकता है. कुछ दिन पहले ही रोहित गोदारा का नाम पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल के घर गोली चलाने के मामले में भी सामने आया था.

देहज केस में पहली बार गया था जेल

बता दें कि रोहित गोदारा वही शख्स है, जिसने राजस्थान के सीकर में दिनदहाड़े राजू ठेहट की हत्या कराई थी और आज यह राजस्थान की क्राइम की दुनिया में बहुत बड़ा नाम बन चुका है, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि साल 2013 में रोहित गोदारा दहेज के केस में जेल में पहली बार गया था. 10वीं तक पढ़ा रोहित शुरू से ही एक बड़ा आदमी बनना चाहता था. उसने उल्टे-सीधे काम करके पैसे इकट्ठे किए और 5 मोबाइल की दुकान खोली, लेकिन क्योंकि दहेज के केस में जब जेल गया तो उसका धंधा डगमगा गया. जेल से निकलने के बाद रोहित ने उन दुकानों को बेचने का फैसला किया और क्राइम की दुनिया में कदम रखा.

जब वह पहली बार जेल में गया तो वहां पर कुछ अपराधियों के साथ उसकी मुलाकात हुई. जेल से बाहर आने के बाद उसने राजस्थान में सट्टे के कारोबार कर रहे लोगों से फिरौती मांगनी शुरू कर दी. उसने बीकानेर और उसके आसपास के इलाकों में रहने वाले सभी सटोरियों के घर पर हवाई फायरिंग की और उनसे फिरौती की मांग की. इसके साथ ही उसने एक ऐसा गैंग भी बनाया, जो विवादित जमीनों पर कब्जा करता था. ऐसे ही एक मामले में उसको जेल जाना पड़ा.

जानकार बताते हैं कि जब वह जेल गया तो उस जेल में पहले से ही लॉरेंस बिश्नोई मौजूद था. रोहित गोदारा को भी क्राइम की दुनिया में अपना नाम कमाना था तो उसने जैसे-तैसे कर लॉरेंस बिश्नोई से नजदीकी बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन उसको कामयाबी नहीं मिल रही थी. जेल में बंद एक अन्य कैदी अमीन ने रोहित गोदारा की मुलाकात लॉरेंस विश्नोई से कराई. कुछ समय बाद रोहित गोदारा को ज़मानत मिल गई और वो जेल के बाहर आ गया. अब उसकी और लॉरेंस की दोस्ती हो चुकी थी. जेल से बाहर आने के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने उसको एक काम सौंपा.

लॉरेंस ने जो टास्क दिया, गोदारा ने पूरा किया

लॉरेंस ने रोहित गोदारा से पंजाब के रहने वाले मुन्नी की हत्या करने को कहा. रोहित गोदारा ने इसके अपने लिए एक बेहतर मौका समझाया और मुन्नी की हत्या कर दी. अब लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा अच्छे दोस्त बन चुके थे. रोहित गोदारा लॉरेंस बिश्नोई की गैंग में शामिल होने के बाद एक बड़ा गैंगस्टर बन चुका था. उसने अपना वर्चस्व राजस्थान में फैलाना शुरू कर दिया और सटोरियों से करोड़ों में फिरौती की मांग करने लगा. इसके साथ ही विवादित जमीन पर कब्जा करना उसका दूसरा धंधा बन गया था. एक के बाद एक क्राइम को अंजाम देता हुआ रोहित गोदारा जरायम की दुनिया में बड़ा नाम बन गया.

एनकाउंटर के डर से विदेश भागा रोहित गोदारा

बताया जाता है कि कई बार जेल जाने के बाद जब रोहित गोदारा को लगा कि अब राजस्थान पुलिस उसका एनकाउंटर कर देगी तो वह लॉरेंस बिश्नोई की मदद से देश से बाहर भाग गया. हालांकि वह अभी भी लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर काम कर रहा है और राजस्थान में एक के बाद एक अपराध को अंजाम दे रहा रहा है. जानकारों ने बताया कि रोहित गोदारा के गैंग में कई लड़के शामिल हैं, जो उसके कहने पर किसी को, कहीं भी मार डालते हैं.

13 साल पहले अपराध की दुनिया में आया, 18 बार जेल जा चुका

19 साल की उम्र में रोहित गोदारा ने जब अपराध की दुनिया में कदम रखा तो सबसे पहले इस पर नोखा नाम के एक व्यक्ति को धमकाने का मामला दर्ज हुआ था. धमकी देने, रंगदारी मांगने के साथ-साथ इस पर हत्या का भी मामला दर्ज हो गया. 2010 में इसने अपराध की दुनिया में कमद रखा, तब से लेकर अब तक 18 बार जेल भी जा चुका है. रोहित गोदारा की अपनी खुद की भी गैंग है. इसके साथ ही ये मोनू गैंग और गुठली गैंग को भी ऑपरेट करता था. सिद्दू मुसेवाला हत्याकांड में भी इसका नाम आया था.

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