N. Biren Singh / मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने दिया इस्तीफा, शाह से मुलाकात के बाद लिया बड़ा फैसला

मणिपुर में जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इम्फाल स्थित राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफे से पहले उन्होंने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। सोमवार से विधानसभा सत्र प्रस्तावित था।

N. Biren Singh: मणिपुर में बीते कई महीनों से जारी हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता के बीच एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इम्फाल स्थित राजभवन में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात कर अपना इस्तीफा पत्र सौंपा। इस दौरान उनके साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के 14 विधायक भी मौजूद थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ए शारदा और भाजपा के वरिष्ठ नेता संबित पात्रा भी इस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।

इस्तीफे में क्या लिखा एन बीरेन सिंह ने?

राज्यपाल को सौंपे अपने त्यागपत्र में एन बीरेन सिंह ने लिखा, "अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं प्रत्येक मणिपुरी के हितों की रक्षा के लिए समय पर की गई कार्रवाई, हस्तक्षेप, विकास कार्यों और विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं।"

इस्तीफे से पहले, एन बीरेन सिंह ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिससे यह संकेत मिला था कि राज्य की राजनीतिक स्थिति को लेकर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।

विधानसभा सत्र से पहले इस्तीफा

गौरतलब है कि मणिपुर में सोमवार से विधानसभा सत्र शुरू होने वाला था। इससे पहले, शनिवार को एन बीरेन सिंह विशेष विमान से दिल्ली रवाना हुए थे और गृह मंत्री से उनकी बैठक हुई थी।

शनिवार को ही मुख्यमंत्री सचिवालय में भाजपा नीत सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें 20 से अधिक विधायक उपस्थित थे। यह बैठक इसलिए आयोजित की गई थी क्योंकि विपक्षी कांग्रेस पार्टी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में थी।

मणिपुर विधानसभा में दलगत स्थिति

मणिपुर विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं, जिसमें विभिन्न दलों के विधायकों की संख्या इस प्रकार है:

  • भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) - 32 विधायक

  • कांग्रेस (INC) - 5 विधायक

  • नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) - 7 विधायक

  • नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) - 5 विधायक

  • जनता दल (यूनाइटेड) JDU - 6 विधायक

  • कुकी पीपुल्स अलायंस (KPA) - 2 विधायक

  • निर्दलीय - 3 विधायक

राजनीतिक भविष्य पर सवाल

एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद मणिपुर की राजनीति में नई उथल-पुथल मच गई है। भाजपा के पास बहुमत है, लेकिन हाल के महीनों में राज्य में हिंसा और अस्थिरता के कारण सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं। अब देखना होगा कि भाजपा नए मुख्यमंत्री के रूप में किसे आगे बढ़ाती है या फिर राज्य में नए चुनाव की स्थिति बनती है।

मणिपुर की जनता इस राजनीतिक घटनाक्रम पर नजरें गड़ाए हुए है, क्योंकि यह फैसला राज्य की शांति और स्थिरता के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।