राजनीति / मंत्री शांति धारीवाल मना करने के बावजूद बोलते रहे, नाराज स्पीकर सीपी जोशी ने अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी विधानसभा की कार्यवाही, सत्ता पक्ष सकते में

Zoom News : Sep 15, 2021, 09:51 PM
विधानसभा में आज विपक्ष का हंगामा शांत होने के बाद ससंदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी में भिडंत हो गई। धारीवाल अध्यक्ष के सदन की कार्यवाही आगे बढ़ाने के आदेश देने के बाद बोलना चाहते थे लेकिन स्पीकर ने अुनमति नहीं दी। धारीवाल के बार बार टोकने के बावजूद नहीं माने तो नाराज स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।

मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के भिड़ने से सदन में हुए हंगामे के कारण दो बार पहले विधानसभा की कार्यवाही स्थगित हो चुकी थी। छह बजे जब फिर से कार्यवाही शुरू हुई तो स्पीकर ने कहा कि पहले जो हुआ उसे भूलिए और आगे बढ़िए। आज बिल पारित होने के दौरान जिस तरह की डिबेट थी वह सही नहीं थी। अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस का हवाला देते हुए स्पीकर सीपी जोशी ने कहा, बिल पर चर्चा जिस ढंग से हो रही थी वह नियम के हिसाब से नहीं थी। डिबेट ऐसी लंबी कर दी जैसे डिमांड पर चर्चा हो। आज बिल पर बहस विषय के अनुसार नहीं थी। जो कुछ हुआ उसे भूलना चाहिए और आगे इस गलती को दोहराए नहीं।

धारीवाल मना करने के बावजूद बोलने लगे, जोशी ने कहा-आप दूसरा अध्यक्ष चुन लीजिए, इस तरह नहीं चलने दूंगा

सीपी जोशी ने जैसे ही आगे सदन की कार्यवाही चलाने की बात कही संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल खउ़े हो गए। इस पर स्पीकर जोशी ने साफ कहा कि अब आगे की कार्यवाही चलेगी और किसी को पुराने मुद्दे पर बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जोशी सीट से खड़े हो गए और धारीवाल को साफ चेतावनी दी। इसके बावजूद धाीवाल बोलते रहे तो नारज जोशी ने कहा- आप दूसरा अध्यक्ष चुन लीजिए, आप इस तरह अध्यक्ष को डिक्टेट नहीं कर सकते, आप सदन नहीं चलाना चाहते तो अभी स्थगित कर देता हूं। धारीवाल इस पर भी बोलने से नहीं रुके तो नाराज स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।

पक्ष विपक्ष के विधायक स्पीकर को मनाने पहुंचे

संसदीय कार्यमंत्री के बर्ताव से नाराज होकर विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने के अध्यक्ष के फैसले से सत्ता पक्ष सकते में आ गया। कांग्रेस और बीजेपी विधायक स्पीकर सीपी जोशी को मनाने उनके चैंबर में पहुंचे लेकिन बात नहीं बनी। कार्य सलाहकार समिति की बैठक में 18 सितंबर तक का कामकाज तय हुआ था। 18 को तीन विधेयकों के अलावा सरकार के अतिरिक्त खर्चों के लिए सप्लीमेंट्री डिमांड्स को पारित करवाना था।

सदन की बैठक बुलाने अब नए सिरे से बुलेटिन जारी करना होगा

विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित होने के बाद अब आगे बैठक तभी बुलाई जा सकती है जब विधानसभा नए सिरे से बुलेटिन जारी करे। संसदीय मामलों के जानकारों के मुताबिक आगे सदन की बैठक बुलनाना अब स्पीकर पर निर्भर है। स्पीकर चाहें तो बैठक बुलाई जा सकती है, इसके लिए विधानसभा सचिवालय से बुलेटिन जारी करना होगा।

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