Naresh Meena News / नरेश मीणा की मुश्किलें बढ़ीं: पीएम मोदी-सीएम भजनलाल पर अभद्र टिप्पणी को लेकर FIR दर्ज

अंता विधानसभा उपचुनाव में हारने वाले नरेश मीणा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के आरोप में FIR दर्ज की गई है. यह मामला करौली के सपोटरा थाने में भाजपा नेता की शिकायत पर दर्ज हुआ है, जब मीणा ने डूंगरी बांध बचाओ महापंचायत को संबोधित किया था.

हाल ही में अंता विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में हार का सामना करने वाले नरेश मीणा की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं. उनके खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है. यह घटना करौली जिले के सपोटरा उपखंड में आयोजित एक महापंचायत के दौरान हुई, जहां उन्होंने इन शीर्ष नेताओं के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया था.

विवादित टिप्पणी का मामला

नरेश मीणा पर यह आरोप है कि उन्होंने डूंगरी बांध बचाओ महापंचायत को संबोधित. करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के खिलाफ विवादित बयान दिए. इन टिप्पणियों को लेकर अब उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है, जिससे उनकी राजनीतिक और व्यक्तिगत परेशानियां और बढ़ गई हैं. यह घटना ऐसे समय में हुई है जब मीणा पहले से ही कई कानूनी विवादों में घिरे हुए हैं.

भाजपा नेता की शिकायत पर FIR

करौली जिले के सपोटरा उपखंड की ग्राम पंचायत जोड़ली में बीते दिनों डूंगरी बांध के विरोध में एक विशाल महापंचायत का आयोजन किया गया था. इस महापंचायत में हजारों की संख्या में किसान और स्थानीय लोग एकत्रित हुए थे. इन लोगों की मुख्य चिंता डूंगरी बांध के निर्माण से उनकी कृषि भूमि और गांवों के डूबने की थी. वे अपनी आजीविका और आवास को बचाने के लिए एकजुट हुए थे और इस महत्वपूर्ण सभा में कई बड़े नेताओं ने भी शिरकत की थी, जिनमें नरेश मीणा भी शामिल थे, जिन्होंने मंच से अपनी बात रखी. नरेश मीणा के खिलाफ यह मामला भाजपा जिला विधि प्रकोष्ठ के सह-संयोजक विकास सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है. विकास सिंह ने सपोटरा थाने में नरेश मीणा के खिलाफ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर की गई कथित विवादित टिप्पणियों को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई है और पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और नरेश मीणा के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.

नरेश मीणा का विवादों से पुराना नाता

यह पहली बार नहीं है जब नरेश मीणा कानूनी पचड़ों में फंसे हैं. उनका विवादों से पुराना नाता रहा है. हाल ही में अंता विधानसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद यह नया मामला उनके लिए एक और झटका है. इससे पहले, उन्हें टोंक जिले के देवली उनियारा में एक एसडीएम के साथ कथित 'थप्पड़कांड' के मामले में लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा था. यह घटना काफी सुर्खियों में रही थी और इसने उनकी छवि को काफी नुकसान पहुंचाया था.

झालावाड़ अस्पताल विवाद और जेल

पिछले साल सितंबर महीने में, नरेश मीणा झालावाड़ अस्पताल में एक विरोध प्रदर्शन. के दौरान स्टाफ के साथ कथित हाथापाई के आरोपों में भी उलझे थे. इस मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था और उन्हें एक महीना दस दिन जेल में बिताने पड़े थे, जिसके बाद वे रिहा हुए थे. इन लगातार कानूनी मुश्किलों ने नरेश मीणा के राजनीतिक करियर और सार्वजनिक छवि पर गहरा असर डाला है और उनके समर्थकों के लिए यह चिंता का विषय है कि वे एक के बाद एक विवादों में घिरते जा रहे हैं, जिससे उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं. यह नया मामला उनके लिए एक और बड़ी चुनौती पेश. कर रहा है, जिसके परिणाम आने वाले समय में स्पष्ट होंगे.