News18 : Apr 18, 2020, 11:27 AM
नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण देश में लॉकडाउन है। लोग घरों में कैद हैं और अफवाहों के पर लगे हुए हैं। खासकर, कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया में इतने तरह के मैसेज आ रहे हैं कि सच-झूठ का फैसला कर पाना मुश्किल हो गया है। ऐसा ही एक मैसेज नोटों के कोरोना से संक्रमित होने का है। नोटों से संक्रमण का डर किस कदर है, इसका सटीक उदाहरण देश की राजधानी दिल्ली में ही देखने को मिला।
दिल्ली के लॉरेंस रोड पर बुधवार को 500 के 3 नोट सड़क पर पड़े थे। आठ-10 लोगों ने देखा, लेकिन किसी ने उठाया नहीं। डर था कि इन नोट में कोरोना वायरस हो सकता है। लिहाजा लोगों ने अंतत: पुलिस को इसकी सूचना दी।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक केशवपुरम पुलिस के कुछ जवान आए, लेकिन वे भी कोई जोखिम नहीं लेना चाह रहे थे। एक पुलिस अफसर ने बताया, ‘हमने सड़क पर नोट के आसपास घेरा बनाया। लोगों को घर जाने को कहा। फिर ग्लव्स पहनकर नोट उठाए। हमने फिर नोट को सैनिटाइज किया और इसे लिफाफे में रख लिया।’ इस अफसर ने यह भी कहा, ‘हमने आसपास के लोगों से पूछा, लेकिन किसी ने भी नोट पर अपना दावा नहीं किया। ऐसा लगा जैसे रामराज्य आ गया हो।’
नोट पर बना यह रहस्य कुछ देर बाद खत्म हो गया। चरनजीत कौर नामक महिला थाने पहुंची। उसने दावा किया कि ये नोट उसके हैं। 49 साल की चरनजीत शिक्षिका हैं। पुलिस के मुताबिक चरनजीत ने बताया कि उन्होंने एटीएम से 10 हजार रुपए निकाले थे। कहीं नोट में कोरोना वायरस न हो, इस डर से इन्हें सैनिटाइज किया। नोट भीग गए। इसलिए उन्हें सूखने के लिए बालकनी पर रख दिए थे। इनमें से तीन नोट उड़कर सड़क पर गिर गए। इसके बाद पुलिस ने नोटों की सीरीज मिलाई। महिला का दावा सही निकलने के बाद उसे नोट दे दिए गए।
तो क्या नोट से कोरोना वायरस फैल सकता है। अभी तक आई रिपोर्ट कहती हैं कि कोरोना वायरस जो छोटी-छोटी बूंदों से भी फैलता है, वह सूखी चीजों से भी एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंच सकता है। लेकिन ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है कि वायरस नोट पर कितनी देर तक रह सकता है। इससे पहले बिहार के सहरसा में भी सड़क पर नोट गिरे होने का मामला सामने आया था। तब भी लोगों ने नोट नहीं उठाए थे।
दिल्ली के लॉरेंस रोड पर बुधवार को 500 के 3 नोट सड़क पर पड़े थे। आठ-10 लोगों ने देखा, लेकिन किसी ने उठाया नहीं। डर था कि इन नोट में कोरोना वायरस हो सकता है। लिहाजा लोगों ने अंतत: पुलिस को इसकी सूचना दी।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक केशवपुरम पुलिस के कुछ जवान आए, लेकिन वे भी कोई जोखिम नहीं लेना चाह रहे थे। एक पुलिस अफसर ने बताया, ‘हमने सड़क पर नोट के आसपास घेरा बनाया। लोगों को घर जाने को कहा। फिर ग्लव्स पहनकर नोट उठाए। हमने फिर नोट को सैनिटाइज किया और इसे लिफाफे में रख लिया।’ इस अफसर ने यह भी कहा, ‘हमने आसपास के लोगों से पूछा, लेकिन किसी ने भी नोट पर अपना दावा नहीं किया। ऐसा लगा जैसे रामराज्य आ गया हो।’
नोट पर बना यह रहस्य कुछ देर बाद खत्म हो गया। चरनजीत कौर नामक महिला थाने पहुंची। उसने दावा किया कि ये नोट उसके हैं। 49 साल की चरनजीत शिक्षिका हैं। पुलिस के मुताबिक चरनजीत ने बताया कि उन्होंने एटीएम से 10 हजार रुपए निकाले थे। कहीं नोट में कोरोना वायरस न हो, इस डर से इन्हें सैनिटाइज किया। नोट भीग गए। इसलिए उन्हें सूखने के लिए बालकनी पर रख दिए थे। इनमें से तीन नोट उड़कर सड़क पर गिर गए। इसके बाद पुलिस ने नोटों की सीरीज मिलाई। महिला का दावा सही निकलने के बाद उसे नोट दे दिए गए।
तो क्या नोट से कोरोना वायरस फैल सकता है। अभी तक आई रिपोर्ट कहती हैं कि कोरोना वायरस जो छोटी-छोटी बूंदों से भी फैलता है, वह सूखी चीजों से भी एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंच सकता है। लेकिन ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है कि वायरस नोट पर कितनी देर तक रह सकता है। इससे पहले बिहार के सहरसा में भी सड़क पर नोट गिरे होने का मामला सामने आया था। तब भी लोगों ने नोट नहीं उठाए थे।