- भारत,
- 03-Sep-2019 10:58 AM IST
- (, अपडेटेड 04-Sep-2019 06:38 PM IST)
भारतीय वायुसेना की आज ताकत फिर से बढ़ गई, क्योंकि वायुसेना के बेड़े में आज आठ अपाचे लड़ाकू हेलीकॉर्टर को शामिल कराया गया। इससे भारतीय वायुसेना की ताकत और भी घातक हो जाएगी। वायुसेनना प्रमुख बीएस धनोआ की मौजूगी में पठानकोट एयरबेस पर भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की लड़ाकू क्षमता बढ़ाने के लिए आठ अमेरिका निर्मित 'अपाचे एएच-64ई लड़ाकू हेलीकॉप्टर को आज आईएएफ में शामिल किया गया। अपाचे हेलीकॉप्टर को पूजा-पाठ के साथ भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया है।
अपाचे एएच-64ई दुनिया के सबसे उन्नत बहु-भूमिका वाले लड़ाकू हेलीकॉप्टर है और अमेरिकी सेना इसका इस्तेमाल करती है। आईएएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'आठ अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर आईएएफ में शामिल होने जा रहे हैं, जो बल की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाएंगे।'पंजाब: एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल आर नाम्बियार अपाचे हेलीकॉप्टर के पूजा सेरमनी में मौजूद रहे। कुछ देर में अपाचे हेलीकॉप्टर होंगे शामिल।पंजाब: अपाचे हेलिकॉप्टरों को पठानकोट एयर बेस में शामिल करने से पहले वाटर तोप की सलामी मिली।आईएएफ ने 'अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ सितम्बर 2015 में कई अरब डॉलर का अनुबंध किया था। इसके तहत बोइंग ने 27 जुलाई को 22 हेलीकॉप्टर में से पहले चार हेलीकॉप्टर दिए गए थे।'कई अरब डॉलर का अनुबंध होने के करीब चार वर्ष बाद 'हिंडन एयर बेस में भारतीय वायुसेना को अपाचे हेलीकॉप्टरों के पहले बैच की डिलीवरी की गई थी। कंपनी ने पूरी दुनिया में अपने उपभोक्ताओं को 2200 से अधिक अपाचे हेलीकाप्टरों की आपूर्ति की है और भारत 14वां देश है जिसने उसे अपनी सेना के लिए चुना है।
अपाचे एएच-64ई दुनिया के सबसे उन्नत बहु-भूमिका वाले लड़ाकू हेलीकॉप्टर है और अमेरिकी सेना इसका इस्तेमाल करती है। आईएएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'आठ अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर आईएएफ में शामिल होने जा रहे हैं, जो बल की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाएंगे।'पंजाब: एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल आर नाम्बियार अपाचे हेलीकॉप्टर के पूजा सेरमनी में मौजूद रहे। कुछ देर में अपाचे हेलीकॉप्टर होंगे शामिल।पंजाब: अपाचे हेलिकॉप्टरों को पठानकोट एयर बेस में शामिल करने से पहले वाटर तोप की सलामी मिली।आईएएफ ने 'अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए अमेरिकी सरकार और बोइंग लिमिटेड के साथ सितम्बर 2015 में कई अरब डॉलर का अनुबंध किया था। इसके तहत बोइंग ने 27 जुलाई को 22 हेलीकॉप्टर में से पहले चार हेलीकॉप्टर दिए गए थे।'कई अरब डॉलर का अनुबंध होने के करीब चार वर्ष बाद 'हिंडन एयर बेस में भारतीय वायुसेना को अपाचे हेलीकॉप्टरों के पहले बैच की डिलीवरी की गई थी। कंपनी ने पूरी दुनिया में अपने उपभोक्ताओं को 2200 से अधिक अपाचे हेलीकाप्टरों की आपूर्ति की है और भारत 14वां देश है जिसने उसे अपनी सेना के लिए चुना है।
