Bihar Elections 2025 / राहुल गांधी ने बेगूसराय में पीएम मोदी पर साधा निशाना, 'ऑपरेशन सिंदूर' और ट्रंप का किया जिक्र

बिहार में पहले चरण के चुनाव से पहले राहुल गांधी ने बेगूसराय में जनसभा की। उन्होंने शिक्षा, नए विश्वविद्यालय और सभी वर्गों के लिए सरकार बनाने का वादा किया। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर ट्रंप से डरने, चुनिंदा उद्योगपतियों के नियंत्रण में होने और युवाओं को बेरोजगारी से भटकाने का आरोप लगाया।

बिहार में पहले चरण के चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं, जिसमें महज 3 दिन का समय शेष है। सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इसी क्रम में, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में एक जनसभा को संबोधित किया, वहीं कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बेगूसराय में चुनावी बिगुल फूंका। इस दौरान, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव सहित कई अन्य बड़े नेताओं की भी चुनावी जनसभाएं आयोजित की गईं, जिससे राज्य में चुनावी माहौल गरमा गया है।

शिक्षा और नए विश्वविद्यालय का वादा

अपनी बेगूसराय जनसभा में राहुल गांधी ने बिहार के लिए कई महत्वपूर्ण वादे किए। उन्होंने कहा कि बिहार में हमारा महागठबंधन सत्ता में आएगा और हम राज्य के नागरिकों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करेंगे। राहुल गांधी ने व्यक्तिगत गारंटी देते हुए कहा कि जिस दिन केंद्र में महागठबंधन की सरकार बनेगी, हम नालंदा विश्वविद्यालय जैसा एक उत्कृष्ट नया विश्वविद्यालय खोलेंगे और उन्होंने जोर देकर कहा कि यह ऐसा विश्वविद्यालय होगा जहां दुनिया भर से छात्र आकर दाखिला ले सकेंगे और उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे, जिससे बिहार शिक्षा के क्षेत्र में एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभरेगा। यह पहल राज्य की शैक्षिक विरासत को पुनर्जीवित करने और आधुनिक शिक्षा के अवसरों का विस्तार करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।

सभी वर्गों के लिए सरकार का आश्वासन

राहुल गांधी ने अपने भाषण में सरकार में किसी एक जाति के वर्चस्व के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर महागठबंधन बिहार में सरकार बनाता है, तो यह सरकार किसी विशेष जाति या वर्ग के लिए नहीं होगी, बल्कि सभी के लिए होगी और उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सभी वर्गों, समुदायों और जातियों के लोगों के हितों का ध्यान रखेगी और उनके कल्याण के लिए काम करेगी। यह बयान समावेशी शासन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि सरकार के लाभ समाज के हर तबके तक पहुंचें, जिससे सामाजिक समरसता और समानता को बढ़ावा मिले।

पीएम मोदी पर ट्रंप से डरने का आरोप

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए उन पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से डरने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चुनिंदा उद्योगपतियों के नियंत्रण में हैं और वे उनके इशारों पर काम करते हैं। राहुल गांधी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर उनसे योग करने को कहा जाए, तो वे कुछ आसन करके दिखा देंगे, लेकिन वास्तविक मुद्दों पर उनका ध्यान नहीं है। यह टिप्पणी प्रधानमंत्री की नीतियों और उनके निर्णयों के पीछे के प्रेरणा। स्रोतों पर सवाल उठाती है, जिससे राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई है।

इंदिरा गांधी और 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र

अपने हमले को और धार देते हुए राहुल गांधी ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी को अमेरिका ने धमकी दी थी, लेकिन वे नहीं डरीं और जो करना था, वो करके दिखा दिया। इसके विपरीत, राहुल गांधी ने दावा किया कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने नरेंद्र मोदी से 'ऑपरेशन सिंदूर' बंद करने को कहा, तो मोदी ने दो दिन के भीतर ही उस ऑपरेशन को रोक दिया। यह तुलना इंदिरा गांधी की दृढ़ता और मोदी के कथित लचीलेपन को उजागर करने के लिए। की गई थी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के मुद्दों पर एक नई बहस छिड़ गई।

युवाओं को बेरोजगारी से भटकाने का आरोप

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर युवाओं को बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दे से भटकाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री युवाओं से रील देखने को कह रहे हैं, क्योंकि वह उनका ध्यान भटकाना चाहते हैं ताकि वे बेरोजगारी पर सवाल न उठाएं। राहुल गांधी की इस सभा में बड़ी तादाद में युवा पहुंचे थे, जिनसे उन्होंने सीधा संवाद स्थापित करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि भाजपा ने आपको सस्ता डाटा दिया है ताकि आप रील देखें और रील बनाएं। लेकिन राहुल गांधी ने तर्क दिया कि जब युवा इंस्टाग्राम और फेसबुक। पर रील देखते हैं, तो इंटरनेट का पैसा अंबानी को मिलता है। उन्होंने कहा कि इसका पूरा का पूरा फायदा अंबानी का होता है, जिससे युवाओं के बीच यह। संदेश गया कि सरकार की नीतियां कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई जा रही हैं।

बिहार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता

राहुल गांधी ने बेगूसराय की जनता को आश्वस्त किया कि जब भी बिहार को उनकी जरूरत होगी, वह हाजिर होंगे। उन्होंने कहा कि जनता को बस उन्हें आदेश देना है कि 'राहुल। यहां आओ, हमें जरूरत है, हमारा काम करो', और वह तुरंत उपलब्ध होंगे। यह बयान बिहार के लोगों के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता और सेवा भाव को दर्शाता है, जिससे जनता के बीच एक भावनात्मक जुड़ाव स्थापित करने का प्रयास किया गया। उन्होंने यह भी दोहराया कि महागठबंधन की सरकार बिहार के विकास और जनता के कल्याण के लिए समर्पित होगी।