देश / राहुल गांधी बोले राष्ट्रपति शी जिनपिंग होंगे 'मेड इन इंडिया' शर्ट पहनने को मजबूर, जानिए कैसे?

Zoom News : Jan 24, 2021, 09:01 PM
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रविवार को केंद्र सरकार पर बड़े व्यापरियों के हित में काम करने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार की इन्हीं नीतियों की वजह से देश के किसानों और मजदूरों की स्थिति खराब होती जा रही है। उन्होंने कहा, "भारत सरकार का हर कदम सिर्फ पांच से छह बड़े व्यापारियों को मजबूत करने के लिए तैयार किया गया है। दूसरी ओर, सरकार की इन्हीं नीतियों ने भारत की असल ताकत मजदूरों और किसानों को कमजोर करने का काम किया है।" 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने तमिलनाडु के इरोड में जुलाहे समुदायों के साथ बातचीत में कहा, "मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि अगर भारत के मजदूर किसान और जुलाहे मजबूत होते हैं, उन्हें सुरक्षा दी जाती है और उन्हें अवसर दिया जाता है, तो चीन कभी भी भारत की ओर देखने की हिम्मत नहीं कर सकता।"  इतना ही नहीं, मैं इससे एक कदम और आगे जाकर आपको इस बात का भरोसा देता हूं कि अगर भारत के मजदूर, किसान और लघु और मध्यम उद्योगों को मजबूती मिलती है, तो चीन के राष्ट्रपति भी 'मेड इन इंडिया' शर्ट पहनेंगे।" 

उन्होंने कहा, आपको भरोसा दिलाता हूं कि चीन के लोग भारतीय कार चलाते नजर आएंगे, चीन के लोग भारतीय विमानों में सफर करेंगे, चीन के घरों में भारत के बने कारपेट्स होंगे, लेकिन ये सब क्यों नहीं हो रहा है क्योंकि हमारी सरकार सिर्फ देश के पांच से छह बड़े व्यापारियों की मदद कर रही है और देश की असल ताकत को खत्म व बर्बाद कर रही है।

सरकार बनने पर जीएसटी को नया स्वरूप देंगे: राहुल

इससे एक दिन पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा था कि केंद्र में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को फिर से नया स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कोयंबटूर में लघु एवं मझोले उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद में यह भी भरोसा दिलाया कि कांग्रेस की सरकार में 'एक कर, न्यूनतम के सिद्धांत' पर अमल किया जाएगा। कांग्रेस नेता ने कहा था, ''मेरी सोच है कि अगर भविष्य में हम चीन, बांग्लादेश या अन्य देशों के साथ स्पर्धा में आगे निकलना चाहते हैं तो यह एमएसएमई के माध्यम से ही हो सकता है।" उनके मुताबिक, लघु एवं मझोले उद्योग देश में रोजगार सृजन की रीढ़ की हड्डी हैं। उन्होंने दावा किया कि देश इस वक्त रोजगार देने असमर्थ है और अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है।

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