चंडीगढ़ / चंडीगढ़ के धनास में बना दुनिया का सबसे बड़ा हैंडसम रावण, रिमोट कंट्रोल से होगा दहन

AMAR UJALA : Oct 04, 2019, 10:22 AM
धनास | चंडीगढ़ के धनास में बना दुनिया का सबसे बड़ा रावण का पुतला रोमांच का विषय बना है। इसे देखने के लिए सुबह-शाम लोगों की भीड़ लग रही है। धनास के मैदान में खड़ा विशालकाय रावण 221 फुट का है जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। पुतला बनाने वाले अंबाला के बराड़ा निवासी राणा तेजिंदर सिंह चौहान ने बताया कि कई बार तो लोग इतनी सुबह पहुंच जाते हैं, कि कारीगर सो रहे होते हैं।

लोग रावण के पुतले के जूते, छत्र, ढाल व अन्य चीजों की जानकारी हासिल करते हैं। दो लाख 50 हजार वर्ग फीट जगह रावण के पुतले के लिए रिजर्व की गई है। रावण का दहन रिमोट कंट्रोल से होगा। इसके लिए 20 प्वाइंट होंगे। सबसे पहले छत्र में ब्लास्ट होगा। उसके बाद ताज और राजहंस में ब्लास्ट होंगे। इसके बाद रावण के बाईं और दाईं ओर के साथ चेहरे में ब्लास्ट होगा। चेहरे के बाद तलवार और नाभि में ब्लास्ट होगा।

इसके बाद जूते में चार प्वाइंट लगाए गए हैं। जूते से ऊपर की ओर ब्लास्ट होगा और इस तरह रावण का पूरा अंत होगा। निर्माणकर्ताओं का कहना है कि सबसे ऊंचा होने के साथ ही यह रावण हैंडसम भी होगा। रावण को खड़ा करने के लिए करीब 300 लोगों मौजूद थे। वहीं आठ लोहे के रस्से लगे। रावण के पुतले का वजन करीब 70 क्विंटल होगा। पुतले में तीन हजार मीटर कपड़ा लगा।

2500 मीटर जूट के मैट का प्रयोग होने के साथ ही 24 फुट के 500 बांस लगे हैं। चौहान ने बताया कि रावण का चेहरा फाइबर ग्लास का बना है। रावण के चेहरे का वजन ही साढ़े तीन क्विंटल है जबकि तलवार 55 फुट की, जूते 40 फुट के और मुकुट की ऊंचाई 70 फुट होगी।

एक नजर...

  • पुतले की ऊंचाई 221 फुट और वजन 70 क्विंटल होगा।
  • इस पर आने वाला खर्च शहर की धार्मिक संस्था शिव पार्वती सेवादल वहन कर रहा है। 
  • 3 से 7 अक्तूबर 1तक भजन संध्या का आयोजन होगा। 
  • पुतला को सजाने पर तीन हजार मीटर कपड़ा खर्च होगा।
  • 2500 मीटर जूट के मैट का प्रयोग होने के अलावा 24 फुट के 500 बांस का प्रयोग होगा।  
  • रावण का चेहरा फाइवर ग्लास का है।
  • रावण के चेहरे का वजन साढ़े तीन क्विंटल है।
  • तलवार 55 फुट और जूते 40 फुट का है।
  • ताज की ऊंचाई 70 फुट होगी।
  • विशेष पटाखों से होगी आतिशबाजी, 80 प्रतिशत कम होगा प्रदूषण।
दहन के लिए विशेष प्रकार के पटाखे

राणा तेजिंदर सिंह चौहान ने बताया कि करीब एक क्विंटल पटाखे पुतले में रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी चीज जलेगी तो प्रदूषण तो होगा लेकिन यह विशेष प्रकार के पटाखे तमिलनाडु के शिवगंगा से मंगाए जा रहे हैं जो अन्य पटाखों के मुकाबले 80 प्रतिशत कम प्रदूषण फैलाएंगे।

बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं रावण देखने

चौहान ने बताया कि हर शाम लोग रावण के बन रहे पुतले को देखने के लिए यहां बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। अधिक लोगों के पहुंचने से पुतले को नुकसान न हो इसके लिए बेरिकेड लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इतने बड़े रावण को देखने के लिए लोगों में काफी क्रेज है।

35 लाख रुपये से भी अधिक का खर्च आएगा 

यह विश्व का सबसे बड़ा रावण का पुतला है। यह यूनिक है। राणा तेजिंदर सिंह चौहान ने तो अपना सब कुछ रावण को समर्पित कर दिया है, इसलिए शिव पार्वती सेवादल ने निर्णय लिया कि इस कला को जीवित रखा जाए। पिछले वर्ष चौहान ने आर्थिक तंगी के कारण रावण का पुतला बनाने से मना कर दिया था। इसलिए शिव पार्वती सेवादल ने पूरा खर्च का भार उठाने का फैसला लिया। भगवान भोलेनाथ सब पूरा करेंगे। हमें उन पर पूरा भरोसा है। इस कार्य पर 35 लाख रुपये से भी अधिक का खर्च आएगा। 

चौहान ने बताया कि हर शाम लोग रावण के पुतले को देखने के लिए यहां बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। अधिक लोगों के पहुंचने से पुतले को नुकसान न हो इसके लिए बेरिकेड लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि इतने बड़े रावण को देखने के लिए लोगों में काफी क्रेज है।

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