Mukesh Ambani News / अंबानी पर मां 'लक्ष्मी' मेहरबान, मिनटों में कराई 67000 करोड़ की कमाई

रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में सोमवार को 3% से ज्यादा की उछाल आई, जिससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण मिनटों में करीब 67,000 करोड़ रुपये बढ़ गया। यह उछाल मजबूत तिमाही नतीजों के कारण हुई, जहां शुद्ध लाभ में 9.6% की वृद्धि दर्ज की गई। खुदरा, दूरसंचार और तेल-से-रसायन व्यवसायों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा।

दिवाली के दिन रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के शेयरों में सोमवार को 3 फीसदी से ज्यादा की जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जिससे कंपनी के मूल्यांकन में कुछ ही मिनटों में करीब 67,000 करोड़ रुपये का इजाफा हो गया। पिछले छह दिनों में यह बढ़ोतरी 1. 14 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है, जो बाजार में कंपनी के प्रति निवेशकों के मजबूत विश्वास को दर्शाता है।

शेयरों में ताबड़तोड़ तेजी

आरआईएल के शेयर बीएसई पर 3. 50 प्रतिशत बढ़कर 1466 और 50 रुपए पर पहुंच गए, जबकि एनएसई पर भी करीब 3. 50 फीसदी की तेजी के साथ 1466. 70 रुपए पर कारोबार कर रहे थे। सुबह यह शेयर 1,440 रुपए पर खुला था। यह तेजी कंपनी के सितंबर तिमाही के मजबूत नतीजों के बाद आई है।

शानदार तिमाही नतीजे

कंपनी ने सितंबर तिमाही में शुद्ध लाभ में साल-दर-साल 9 और 6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, जो 18,165 करोड़ रुपये रहा। यह उसके उपभोक्ता-केंद्रित खुदरा और दूरसंचार व्यवसायों के मजबूत प्रदर्शन और मुख्य तेल-से-रसायन (O2C) खंड में सुधार के कारण संभव हुआ। जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड का मुनाफा भी दूसरी तिमाही में 13 प्रतिशत बढ़कर 7,379 करोड़ रुपये हो गया। नए ग्राहकों के जुड़ने और प्रति उपयोगकर्ता आय में वृद्धि से दूरसंचार क्षेत्र को बढ़ावा मिला, जबकि स्टोर संचालन में सुधार ने खुदरा आय में 22 प्रतिशत की वृद्धि की।

बाजार पर सकारात्मक प्रभाव

रिलायंस के शेयरों में इस उछाल का असर पूरे शेयर बाजार पर भी दिखा। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स सुबह के कारोबार के दौरान 438. 20 अंक बढ़कर 84,390. 39 पर कारोबार कर रहा था, जबकि कारोबारी सत्र के दौरान यह 700 से ज्यादा अंकों की तेजी के साथ 84,656. 56 अंकों पर पहुंच गया था। इसी तरह, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 135. 40 अंक बढ़कर 25,842. 35 पर था, और कारोबारी सत्र में 220 से अधिक अंकों की तेजी के साथ 25,926. 20 अंकों पर पहुंच गया। यह दर्शाता है कि रिलायंस का प्रदर्शन व्यापक बाजार के लिए भी एक महत्वपूर्ण प्रेरक शक्ति रहा।