Share Market / शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव: रिलायंस को फायदा, TCS और HDFC बैंक को नुकसान

बीते हफ्ते शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, एसबीआई और एलआईसी के मार्केट कैप में बढ़ोतरी हुई। वहीं, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और बजाज फाइनेंस सहित छह कंपनियों को नुकसान हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर बनी हुई है।

बीते हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में लगभग 1000 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, खासकर महीने के आखिरी दो कारोबारी दिनों में। इस गिरावट का असर बाजार की शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों पर भी पड़ा, जहां छह कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में कमी आई, जबकि चार कंपनियों ने बढ़त हासिल की। कुल मिलाकर, शीर्ष कंपनियों के मूल्यांकन में उतार-चढ़ाव का यह दौर निवेशकों के लिए मिश्रित संकेत लेकर आया।

बाजार का समग्र प्रदर्शन

समीक्षाधीन सप्ताह में शेयर बाजार में एक हल्का रुख देखा गया, जिसने कई बड़ी कंपनियों के प्रदर्शन को प्रभावित किया। सेंसेक्स, जो भारतीय शेयर बाजार का एक प्रमुख बेंचमार्क है, ने महीने के अंतिम दो कारोबारी दिनों में लगभग 1000 अंकों का गोता लगाया, जिससे निवेशकों के बीच चिंता बढ़ गई। इस गिरावट के बावजूद, कुछ कंपनियों ने अपनी स्थिति मजबूत की, जबकि अन्य को नुकसान उठाना पड़ा। यह दर्शाता है कि बाजार की व्यापक प्रवृत्ति के बावजूद, व्यक्तिगत कंपनियों का प्रदर्शन उनके आंतरिक कारकों और सेक्टर-विशिष्ट गतिशीलता पर भी निर्भर करता है।

लाभ कमाने वाली शीर्ष कंपनियां

बीते सप्ताह सेंसेक्स की शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से चार के मार्केट कैप में सामूहिक रूप से 95,447. 38 करोड़ रुपये की उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई। इस सूची में सबसे आगे रिलायंस इंडस्ट्रीज रही, जिसने अपने बाजार मूल्यांकन में 47,431. 32 करोड़ रुपये का इजाफा किया, जिससे इसका कुल मार्केट कैप 20,11,602 और 06 करोड़ रुपये हो गया। यह वृद्धि रिलायंस की मजबूत बाजार स्थिति और विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में उसके प्रदर्शन को दर्शाती है।

अन्य प्रमुख लाभार्थी

रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी शानदार प्रदर्शन किया, जिसके मूल्यांकन में 30,091 और 82 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई और यह 8,64,908. 87 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। भारती एयरटेल की बाजार हैसियत 14,540. 37 करोड़ रुपये बढ़कर 11,71,554. 56 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो दूरसंचार क्षेत्र में उसकी बढ़ती पकड़ को दर्शाता है। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) भी इस सूची में शामिल रहा, जिसका मूल्यांकन 3,383. 87 करोड़ रुपये बढ़कर 5,65,897. 54 करोड़ रुपये हो गया। इन कंपनियों की वृद्धि ने बाजार की समग्र गिरावट के बावजूद निवेशकों का विश्वास बनाए रखने में मदद की।

मार्केट कैप गंवाने वाली कंपनियां

इसके विपरीत, छह प्रमुख कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में सामूहिक रूप से 91,685. 94 करोड़ रुपये की गिरावट आई और बजाज फाइनेंस को सबसे अधिक नुकसान हुआ, जिसका मूल्यांकन 29,090. 12 करोड़ रुपये घटकर 6,48,756. 24 करोड़ रुपये रह गया और आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट कैप 21,618. 9 करोड़ रुपये घटकर 9,61,127. 86 करोड़ रुपये पर आ गया, जो बैंकिंग क्षेत्र में कुछ चुनौतियों का संकेत देता है।

अन्य प्रमुख नुकसान झेलने वाली कंपनियां

सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस की बाजार हैसियत 17,822. 38 करोड़ रुपये घटकर 6,15,890 करोड़ रुपये रह गई। उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र की प्रमुख कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन भी 11,924. 17 करोड़ रुपये घटकर 5,79,561. 93 करोड़ रुपये पर आ गया। एचडीएफसी बैंक, जो देश के सबसे बड़े निजी बैंकों में से एक है, का मार्केट कैप 9,547 और 96 करोड़ रुपये घटकर 15,18,679. 14 करोड़ रुपये हो गया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एक और आईटी दिग्गज, का मूल्यांकन 1,682. 41 करोड़ रुपये घटकर 11,06,338. 80 करोड़ रुपये रह गया। इन गिरावटों ने बाजार की अस्थिरता और विभिन्न क्षेत्रों पर इसके असमान प्रभाव को उजागर किया।

शीर्ष 10 कंपनियों की नई रैंकिंग

इन उतार-चढ़ाव के बाद भी, रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी शीर्ष स्थिति पर कायम रही और देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है और इसके बाद क्रमशः एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एलआईसी का स्थान रहा। यह रैंकिंग बाजार में कंपनियों के सापेक्षिक आकार और उनके हालिया प्रदर्शन को दर्शाती है।