IND vs NZ ODI / T20 के बाद अब वनडे से भी बाहर होगा टीम इंडिया का ये स्टार, BCCI उठाने जा रही बड़ा कदम!

भारत और न्यूजीलैंड के बीच आगामी वनडे सीरीज के लिए बीसीसीआई टीम में बड़ा बदलाव करने जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को टीम से बाहर किया जा सकता है, जबकि शानदार फॉर्म में चल रहे ईशान किशन को मौका मिलने की प्रबल संभावना है। यह फैसला टीम के संयोजन और खिलाड़ियों के मौजूदा प्रदर्शन को ध्यान में रखकर लिया जा रहा है।

भारत और न्यूजीलैंड के बीच 11 जनवरी से शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) एक महत्वपूर्ण निर्णय लेने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, इस घरेलू वनडे असाइनमेंट के लिए टीम इंडिया की वनडे योजनाओं में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमेटी आने वाले दिनों में टीम का ऐलान करेगी, जिसमें एक स्टार खिलाड़ी का पत्ता कटना लगभग तय माना जा रहा है। यह कदम भारतीय टीम के भविष्य के लिए एक नई दिशा तय कर सकता है, खासकर विकेटकीपर-बल्लेबाज के स्लॉट को लेकर।

ऋषभ पंत का पत्ता कटना तय

न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम से स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को बाहर किया जा सकता है। पंत पिछले काफी समय से भारतीय वनडे टीम की प्लेइंग 11 में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। टीम मैनेजमेंट अब फॉर्म और कॉम्बिनेशन को ध्यान में रखते हुए एक नई रणनीति अपनाने का मन बना चुका है और यह सीरीज 11 जनवरी से 18 जनवरी तक खेली जाएगी, और इसके लिए स्क्वॉड का ऐलान 3 जनवरी या रविवार 4 जनवरी को होने की संभावना है। पंत इससे पहले टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए भी टीम में जगह बनाने से चूक गए थे, जो उनके करियर के लिए एक बड़ा झटका था। अब वनडे टीम से भी उनका बाहर होना उनके लिए और भी चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर सकता है।

पंत के बाहर होने के कारण

ऋषभ पंत ने अपना आखिरी वनडे मैच अगस्त 2024 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में खेला था। उसके बाद उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ हालिया सीरीज में टीम में शामिल तो किया गया था, लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। सेलेक्टर्स ने अब न्यूजीलैंड सीरीज के लिए उनसे आगे बढ़ने का मन बना लिया है। टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल मैनेजमेंट की पहली पसंद बने हुए हैं, जिसके चलते पंत को लगातार मौके नहीं मिल रहे हैं और इसके अलावा, युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन का शानदार फॉर्म भी पंत के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है। टीम मैनेजमेंट अब ऐसे खिलाड़ियों को प्राथमिकता देना चाहता है जो लगातार। अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम के संयोजन में फिट बैठते हैं।

ईशान किशन की शानदार वापसी

दो साल से भी ज्यादा समय बाद ईशान किशन वनडे टीम। में वापसी के लिए पूरी तरह से तैयार दिख रहे हैं। टीम इंडिया के लिए उनका आखिरी 50 ओवर का मैच 2023 वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ दिल्ली में था। उसके बाद से उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन। किया है, जिससे सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। ईशान किशन ने अपनी बल्लेबाजी से लगातार प्रभावित किया है और सेलेक्टर्स के लिए एक मजबूत दावा पेश किया है। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग क्षमता उन्हें टीम के लिए एक मूल्यवान संपत्ति बनाती है।

घरेलू क्रिकेट में ईशान का जलवा

ईशान किशन ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025 में शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाकर झारखंड को अपना पहला खिताब दिलाया। इस टूर्नामेंट के फाइनल में उन्होंने हरियाणा के खिलाफ एक। शानदार शतक भी जड़ा था, जो उनकी फॉर्म का प्रमाण था। इस बेहतरीन फॉर्म को उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में भी जारी रखा, जहां 24 दिसंबर को कर्नाटक के खिलाफ सिर्फ 33 गेंदों पर शतक ठोककर भारतीय लिस्ट ए क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड कायम किया। घरेलू स्तर पर उनका लगातार अच्छा खेल और रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन सेलेक्टर्स को उन्हें टीम में शामिल करने के लिए मजबूर कर रहा है। उनकी यह फॉर्म टीम इंडिया के लिए एक सकारात्मक संकेत है,। खासकर जब टीम मध्यक्रम और विकेटकीपर के विकल्प तलाश रही है।

बीसीसीआई का बड़ा कदम

बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमेटी द्वारा यह फैसला भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। यह दर्शाता है कि चयनकर्ता अब खिलाड़ियों के मौजूदा फॉर्म और टीम के संतुलन को अधिक महत्व दे रहे हैं। 2025-26 सीजन की आखिरी घरेलू वनडे असाइनमेंट के लिए यह बदलाव टीम को भविष्य के बड़े टूर्नामेंटों के लिए तैयार करने में मदद करेगा। टीम मैनेजमेंट अब ऐसे खिलाड़ियों को मौका देना चाहता है जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम को जीत दिलाने में सक्षम हैं। यह निर्णय युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने और टीम में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनाए रखने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।