भारत में सर्दी का मौसम खानपान के लिहाज से बेहद खास माना जाता है। यह वह समय होता है जब भूख अधिक लगती है और शरीर को अंदर से गर्म रखने वाले खाद्य पदार्थों की तलाश रहती है। ऐसे में, बाजरा जैसे सुपरफूड्स का महत्व और भी बढ़ जाता है और बाजरा न केवल शरीर को गर्माहट प्रदान करता है, बल्कि यह ऊर्जा का भी एक उत्कृष्ट स्रोत है। इसमें फाइबर के साथ-साथ कई आवश्यक विटामिन और खनिज तत्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं,। जो सर्दियों में अक्सर कम होने वाली ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं। यह कैलोरी सेवन को स्वस्थ तरीके से प्रबंधित करते हुए हमें पूरे दिन सक्रिय रखता है।
बाजरा: सर्दियों का सुपरफूड
बाजरा को अक्सर 'गरीबों का अनाज' कहा जाता है, लेकिन इसके पोषण संबंधी लाभ इसे किसी भी अन्य अनाज से कहीं अधिक मूल्यवान बनाते हैं और यह एक ग्लूटेन-मुक्त अनाज है जो प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है। सर्दियों में, जब शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा और गर्माहट की आवश्यकता होती है, बाजरा एक आदर्श विकल्प बन जाता है और यह न केवल शारीरिक शक्ति प्रदान करता है, बल्कि ठंड के मौसम में होने वाली सामान्य बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है।
**रोजाना बाजरा की रोटी खाने से क्या होता है?
सोशल मीडिया पर अक्सर यह सवाल पूछा जाता है कि यदि सर्दी के मौसम में एक महीने तक रोजाना बाजरा की रोटी का सेवन किया जाए तो शरीर पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है। फेलिक्स हॉस्पिटल के चेयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. डी के गुप्ता ने इस प्रश्न का विस्तृत जवाब दिया है। उनके अनुसार, बाजरा का सेवन शरीर को दोगुने फायदे पहुंचाता है, खासकर सर्दियों के दौरान। डॉ. गुप्ता ने बताया कि यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है और ऊर्जा का एक बेहतरीन स्रोत है। आइए जानते हैं रोजाना बाजरा की रोटी खाने से होने वाले प्रमुख फायदे।
शरीर को रखता है गर्म
डॉ. गुप्ता के अनुसार, बाजरा में मैग्नीशियम और आयरन जैसे महत्वपूर्ण खनिज भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं और ये दोनों ही तत्व शरीर को ठंड से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत के ग्रामीण इलाकों में आज भी कड़ाके की ठंड से बचने और शरीर को गर्म रखने के लिए बाजरा की रोटी या इसका दलिया बड़े चाव से खाया जाता है और कई लोग सुबह के नाश्ते में दूध के साथ बाजरा का दलिया खाना पसंद करते हैं, जो उन्हें दिनभर ऊर्जावान बनाए रखता है। यह एक प्राकृतिक हीटर की तरह काम करता है, जो। शरीर के आंतरिक तापमान को बनाए रखने में मदद करता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
डॉ और गुप्ता के मुताबिक, बाजरा गुणों का खजाना है। इसमें प्रोटीन, फाइबर और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं। सर्दियों में, जब संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, बाजरे जैसे। अनाज का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली हमें सर्दी, खांसी और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाने में मदद करती है, जिससे हम स्वस्थ और सक्रिय रह पाते हैं।
ब्लड शुगर नियंत्रण में सहायक
फेलिक्स हॉस्पिटल के डॉ और डी के गुप्ता बताते हैं कि बाजरा को रोजाना खाने से ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। उनके अनुसार, बाजरा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका अर्थ है कि यह रक्त शर्करा के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाता है और यह गुण इसे मधुमेह रोगियों के लिए एक उत्कृष्ट आहार विकल्प बनाता है। नियमित रूप से बाजरा का सेवन करने से रक्त शर्करा में अचानक होने वाले उतार-चढ़ाव को रोका जा सकता है, जिससे मधुमेह का बेहतर प्रबंधन संभव होता है।
पाचन तंत्र को बनाता है बेहतर
बाजरा एक उच्च फाइबर वाला भोजन है, और यही कारण है कि इसे खाने से हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम भी दुरुस्त रहता है। ठंड के दौरान, जब पाचन अक्सर धीमा हो जाता है, गेहूं की जगह बाजरा की रोटी खाना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यह कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है और पेट को स्वस्थ रखता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, बाजरा की रोटी खाने से वजन प्रबंधन में भी मदद मिलती है। इसमें मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे आप ओवरइटिंग से बच पाते हैं और अनावश्यक कैलोरी के सेवन से बचते हैं।
सही मात्रा का सेवन है महत्वपूर्ण
डॉ. गुप्ता ने यह भी सलाह दी कि भले ही आप रोजाना बाजरा की रोटी खाएं, पर इसे बहुत ज्यादा मात्रा में न खाएं। अत्यधिक सेवन से गैस या पेट भारी लगने जैसी समस्या हो सकती है। उन्होंने बताया कि रोजाना 2 रोटी तक की मात्रा सही और सुरक्षित है। यह सुनिश्चित करता है कि आपको बाजरा के सभी लाभ मिलें, बिना किसी पाचन संबंधी परेशानी के। संतुलित मात्रा में सेवन ही इसके अधिकतम लाभ प्राप्त करने की कुंजी है।