शीना बोरा मर्डर केस / मर्डर के 6 महीने बाद तक जिंदा थी शीना बोरा, इंद्राणी मुखर्जी का कोर्ट में दावा

News18 : Feb 26, 2020, 12:16 PM
मुंबई। शीना बोरा मर्डर (Sheena Bora Murder) की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) ने स्पेशल सीबीआई कोर्ट (CBI Court) में चल रही सुनवाई के दौरान सनसनीखेज खुलासा किया। इंद्राणी मुखर्जी ने दावा किया कि 24 अप्रैल 2012 को कथित रूप से जब शीना के मर्डर की बात कही गई है, उसके बाद भी वह 6 महीने तक जिंदा थी। इंद्राणी ने दावा किया कि शीना की हत्या का जो वक्त बताया जा रहा है कि उसके 6 महीने बाद तक वह अपने मंगेतर राहुल मुखर्जी के साथ रही थी। बता दें कि स्पेशल सीबीआई कोर्ट में मंगलवार को पांचवीं बार इंद्राणी की जमानत याचिका पर सुनवाई की गई।

मामले की सुनवाई के दौरान इंद्राणी ने कोर्ट को राहुल मुखर्जी के कॉल डेटा रिकॉर्ड का हवाला देते हुए बताया कि दोनों के बीच 27 से लेकर 28 सितंबर तक टेक्सट मैसेज से बात की जाती रही। इंद्राणी ने कोर्ट में तीन दिनों तक राहुल और शीना के बीच हुई बातचीत पढ़कर सुनाई। इंद्राणी ने बताया, राहुल मुखर्जी ने लिखा- बाबा आईएम इन द कार पार्क, कम न। इस पर शीना ने रिप्लाई करते हुए कहा, 5 मिनट बस। इसके बाद राहुल ने एक और मैसेज किया-ए चलो जल्दी।

कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए इंद्राणी मुखर्जी ने कहा कि उन्हें जानबूझकर फंसाने की कोशिश की जा रही है। मैं बेकसूर हूं। इंद्राणी ने कहा कि अगस्त 2015 में उसकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद, पीटर मुखर्जी ने अपने बेटों राहुल और रबिन के अकाउंट में 6 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे। इंद्राणी ने कोर्ट को बताया कि अप्रैल 2012 में कथित तौर पर मर्डर के बाद से साल 2015 में उसकी गिरफ्तारी तक 19 बार विदेश यात्रा की थी। अगर मैंने ऐसा कोई भी मर्डर किया होता तो मैं वापस क्यों आती?

पीटर मुखर्जी को बॉम्बे हाईकोर्ट से मिल चुकी है जमानत

गौरतलब है कि शीना बोरा हत्याकांड में पिछले चार साल से जेल में बंद पीटर मुखर्जी को बॉम्बे हाईकोर्ट ने 6 फरवरी को जमानत दे दी है। उनकी जमानत के तुरंत बाद सीबीआई ने कोर्ट से स्टे की मांग की। सीबीआई की ओर से कहा गया कि मामला काफी गंभीर है। कोर्ट ने सीबीआई की बात मानी और अपने ही ऑर्डर पर 6 हफ्ते का स्टे लगा दिया।

कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए इंद्राणी मुखर्जी ने कहा कि उन्हें जानबूझकर फंसाने की कोशिश की जा रही है। मैं बेकसूर हूं। इंद्राणी ने कहा कि अगस्त 2015 में उसकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद, पीटर मुखर्जी ने अपने बेटों राहुल और रबिन के अकाउंट में 6 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे। इंद्राणी ने कोर्ट को बताया कि अप्रैल 2012 में कथित तौर पर मर्डर के बाद से साल 2015 में उसकी गिरफ्तारी तक 19 बार विदेश यात्रा की थी। अगर मैंने ऐसा कोई भी मर्डर किया होता तो मैं वापस क्यों आती?

पीटर मुखर्जी को बॉम्बे हाईकोर्ट से मिल चुकी है जमानत

गौरतलब है कि शीना बोरा हत्याकांड में पिछले चार साल से जेल में बंद पीटर मुखर्जी को बॉम्बे हाईकोर्ट ने 6 फरवरी को जमानत दे दी है। उनकी जमानत के तुरंत बाद सीबीआई ने कोर्ट से स्टे की मांग की। सीबीआई की ओर से कहा गया कि मामला काफी गंभीर है। कोर्ट ने सीबीआई की बात मानी और अपने ही ऑर्डर पर 6 हफ्ते का स्टे लगा दिया।

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