Share Market News / बाजार खुला लाल निशान में, सेंसेक्स 105 और निफ्टी ने 21 अंकों की गिरावट के साथ की शुरआत

भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को गिरावट के साथ शुरुआत की। सेंसेक्स 105.36 अंक गिरकर 76,188.24 पर और निफ्टी 21 अंक गिरकर 23,050.80 पर खुला। मंगलवार को भारी गिरावट देखी गई थी। सुबह 9:17 बजे तक सेंसेक्स की 15 कंपनियां बढ़त में और 15 गिरावट में थीं।

Share Market News: बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने गिरावट के साथ लाल निशान में कारोबार शुरू किया। बीएसई सेंसेक्स 105.36 अंकों की गिरावट के साथ 76,188.24 अंकों पर खुला, जबकि एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स भी 21.00 अंकों के नुकसान के साथ 23,050.80 अंकों पर खुला।

मंगलवार की गिरावट का असर जारी

मंगलवार को बाजार ने फ्लैट शुरुआत की थी, लेकिन समय के साथ भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1018.20 अंकों की गिरावट के साथ 76,293.60 अंकों पर और निफ्टी 309.80 अंकों की गिरावट के साथ 23,071.80 अंकों पर बंद हुआ था। इस गिरावट के पीछे वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, निवेशकों की सतर्कता और बाजार में मुनाफावसूली प्रमुख कारण रहे।

सेंसेक्स के प्रमुख उतार-चढ़ाव वाले शेयर

बुधवार सुबह 09:17 बजे तक सेंसेक्स की 30 में से 15 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि बाकी 15 कंपनियों के शेयर लाल निशान में थे। निफ्टी 50 में भी 50 में से 25 कंपनियों के शेयर हरे निशान में, 24 कंपनियों के शेयर लाल निशान में, और 1 कंपनी का शेयर बिना किसी बदलाव के ट्रेड कर रहा था।

बजाज फिनसर्व के शेयर 1.07% की बढ़त के साथ सबसे अधिक मुनाफे में थे, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर 1.75% की गिरावट के साथ सबसे कमजोर प्रदर्शन कर रहे थे।

बढ़त के साथ कारोबार करने वाले प्रमुख शेयर

बुधवार को कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे:

  • टाटा स्टील: 0.96%

  • टीसीएस: 0.91%

  • एचसीएल टेक: 0.71%

  • टाटा मोटर्स: 0.57%

  • भारतीय स्टेट बैंक: 0.45%

  • इंफोसिस: 0.44%

  • एनटीपीसी: 0.36%

  • टेक महिंद्रा: 0.35%

  • हिंदुस्तान यूनिलीवर: 0.35%

  • आईसीआईसीआई बैंक: 0.33%

  • लार्सन एंड टुब्रो: 0.30%

  • अल्ट्राटेक सीमेंट: 0.27%

  • पावरग्रिड: 0.17%

  • नेस्ले इंडिया: 0.09%

बाजार में निवेशकों की रणनीति

विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार में मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए। लंबी अवधि के निवेशकों को मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश बनाए रखना चाहिए, जबकि अल्पकालिक निवेशकों को स्टॉप-लॉस का ध्यान रखना आवश्यक है।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उतार-चढ़ाव, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां भारतीय शेयर बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। ऐसे में निवेशकों को धैर्य और विवेक के साथ निर्णय लेने की सलाह दी जाती है।