- भारत,
- 07-Sep-2025 03:20 PM IST
India-US Tariff War: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल इस समय गुजरात के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। चोटीला, सुरेंद्रनगर में आयोजित एक विशाल रैली में उन्होंने भारतीय कपास किसानों के मुद्दों को उठाते हुए सरकार की नीतियों को किसान विरोधी करार दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केजरीवाल ने ट्रंप को "कायर और डरपोक" बताते हुए भारत सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग की। इसके साथ ही, उन्होंने किसानों के हित में चार सूत्रीय मांगें भी पेश कीं।
केजरीवाल ने क्या कहा?
केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर अमेरिकी दबाव में झुकने का आरोप लगाया और कहा, "अगर अमेरिका भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगा रहा है, तो भारत को अमेरिका पर 75 फीसदी टैरिफ लगाना चाहिए।" उन्होंने ट्रंप को आड़े हाथों लेते हुए कहा, "ट्रंप कायर और बुजदिल है। दुनिया झुकती है, लेकिन उसे झुकाने वाला चाहिए। भारत में चार अमेरिकी कंपनियों को बंद कर दो, फिर देखो कैसे उनकी नानी याद आती है।" केजरीवाल ने जोर देकर कहा कि भारत जैसे 140 करोड़ की आबादी वाले देश को किसी के सामने झुकने की जरूरत नहीं है।
किसानों के हित में AAP की चार मांगें
केजरीवाल ने भारतीय कपास किसानों की बदहाली को लेकर केंद्र सरकार से निम्नलिखित मांगें रखीं:
अमेरिकी कपास पर 11% आयात शुल्क की बहाली: सरकार ने 19 अगस्त से 31 दिसंबर तक अमेरिकी कपास पर आयात शुल्क हटा दिया है, जिसे तुरंत बहाल करने की मांग की गई।
कपास के लिए MSP तय करना: भारतीय किसानों की कपास के लिए ₹2100 प्रति 20 किलो की दर से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय किया जाए।
MSP पर कपास की खरीद: सरकार द्वारा ₹2100 प्रति 20 किलो की दर पर कपास की खरीद सुनिश्चित की जाए।
खाद-बीज पर सब्सिडी: किसानों को खाद, बीज और अन्य कृषि संसाधनों पर सब्सिडी दी जाए ताकि उनकी लागत कम हो और उन्हें राहत मिले।
मोदी सरकार पर धोखे का आरोप
केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर भारतीय कपास किसानों के साथ विश्वासघात करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "हमारे किसानों ने कर्ज लेकर जुलाई में कपास की बुवाई की थी, उम्मीद थी कि अक्टूबर-नवंबर में उनकी फसल को बाजार में अच्छा दाम मिलेगा। लेकिन मोदी सरकार ने 19 अगस्त से अमेरिकी कपास पर 11% आयात शुल्क हटा दिया। इससे अमेरिकी कपास ₹15-20 प्रति किलो सस्ता हो गया है। अब जब भारतीय किसान अपनी फसल बेचने बाजार जाएंगे, तो उनकी फसल को खरीदने वाला कोई नहीं होगा।"
केजरीवाल ने आगे कहा, "चर्चा है कि अमेरिका में गौतम अडानी के खिलाफ एक केस चल रहा है, जिसमें उन्हें जेल हो सकती है। लोग कह रहे हैं कि अडानी को बचाने के लिए पीएम मोदी ट्रंप के दबाव में झुक रहे हैं। यह भारतीय किसानों के साथ धोखा है, जो उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर करेगा।"
"मोदी सरकार अमेरिकी किसानों को मालामाल कर रही"
केजरीवाल ने सरकार की नीतियों को किसान विरोधी बताते हुए कहा, "पहले सरकार ने सितंबर तक अमेरिकी कपास पर आयात शुल्क हटाया था, और अब इसे दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है। टेक्सटाइल इंडस्ट्री ने पहले ही सस्ता अमेरिकी कपास खरीद लिया है। अब भारतीय किसानों की कपास बिकेगी ही नहीं।" उन्होंने बताया कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब कपास किसानों को ₹1500-1700 प्रति 20 किलो का दाम मिलता था, लेकिन आज उनके प्रधानमंत्री रहते किसानों को ₹1200 भी नहीं मिल रहे। केजरीवाल ने चेतावनी दी कि इस नीति के कारण कपास का दाम ₹900 प्रति 20 किलो से भी नीचे जा सकता है, जिससे किसानों का भारी नुकसान होगा।
चोटीला रैली: किसानों के समर्थन में एकजुटता का आह्वान
केजरीवाल ने 7 सितंबर को चोटीला, गुजरात में आयोजित रैली में सभी राजनीतिक दलों और किसान संगठनों से एकजुट होकर इस मुद्दे को उठाने की अपील की। उन्होंने कहा, "गुजरात, विदर्भ, तेलंगाना और पंजाब के कपास किसान सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। विदर्भ में पहले ही किसानों की आत्महत्या की दर सबसे अधिक है। सरकार की इस नीति से किसानों के पास आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।"
