- भारत,
- 03-Jul-2025 01:39 PM IST
Bihar Assembly Elections: बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं, और इस बीच आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ा ऐलान किया है। गुरुवार को दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने घोषणा की कि AAP बिहार विधानसभा चुनाव में अपने दम पर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी साफ किया कि उनकी पार्टी बिहार में किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी, क्योंकि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए था।
भाजपा का तीखा हमला
AAP के इस ऐलान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेता अजय आलोक ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, "अरे कपटीवाल जी, सुनें बिहार में 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बिहार में किसी से गठबंधन नहीं करेंगे। बिहारियों और पूर्वांचलियों ने दिल्ली में सर मुंड दिया आपका, दिल्ली से भगा दिया, आपका मन नहीं भरा। पंजाब नाम के एटीएम का कितना यूज करेंगे। 3 साल में डेढ़ लाख करोड़ का कर्जा पंजाब पर चढ़ा दिया। गुजरात में लड़िएगा, बिहार में लड़िएगा। पंजाब एटीएम को गजब चूस रहे हैं। आइए बिहार में लड़िए चुनाव। राजनीतिक हैसियत और राजनीतिक औकात दोनों का पता आपको चल जाएगा। वेलकम टू बिहार, मिस्टर कपटीवाल।"
आलोक के इस बयान से साफ है कि बिहार में सियासी जंग अब और भी तीखी होने वाली है। AAP के इस फैसले ने न केवल विपक्षी दलों बल्कि सत्तारूढ़ गठबंधन को भी अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है।
जन सुराज पार्टी की एंट्री
इस बीच, बिहार में एक नया राजनीतिक दल, जन सुराज पार्टी, भी चर्चा में है। हाल ही में चुनाव आयोग ने इस पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 'स्कूल बैग' चुनाव चिह्न आवंटित किया है। जन सुराज पार्टी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि 'स्कूल बैग' शिक्षा और प्रगति का प्रतीक है, जो उनकी विचारधारा को दर्शाता है। पार्टी के सभी 243 प्रत्याशी इस निशान पर चुनाव मैदान में उतरेंगे।
जन सुराज पार्टी की स्थापना प्रशांत किशोर ने की है, जिन्हें पीके के नाम से भी जाना जाता है। प्रशांत किशोर एक प्रसिद्ध राजनीतिक रणनीतिकार रहे हैं, जिन्होंने कई बड़े नेताओं और दलों के लिए चुनावी रणनीतियाँ बनाई हैं। उनकी इस नई पार्टी ने बिहार की सियासत में एक नया मोड़ ला दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह उभरता हुआ दल कितना प्रभाव डाल पाता है।
बिहार में सियासी माहौल
बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों की जोर-आजमाइश भी बढ़ती जा रही है। AAP का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला और जन सुराज पार्टी की एंट्री ने बिहार की सियासत को और रोचक बना दिया है। सभी दल अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं, और मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे।