Donald Trump News / UN पर भड़के, यूरोप को कोसा... UNGA में ट्रंप के संबोधन की 10 बड़ी बातें

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र को संबोधित करते हुए भारत, चीन, रूस और यूरोपीय देशों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध समेत सात युद्ध रुकवाए। ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध में यूरोप और एशियाई देशों की भूमिका की आलोचना भी की।

Donald Trump News: मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र को संबोधित किया। अपने करीब एक घंटे के भाषण में उन्होंने भारत, चीन, रूस और यूरोपीय देशों पर तीखे हमले किए। साथ ही, उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध समेत सात युद्ध रोकने का दावा किया। ट्रंप ने वैश्विक मुद्दों, गाजा, ईरान, रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी अपनी बात रखी। आइए, उनके संबोधन की प्रमुख बातों पर नजर डालते हैं।

संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर सवाल

ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "दुनिया में यूएन की कोई भूमिका नहीं बची। संयुक्त राष्ट्र ने कोई युद्ध नहीं रोका। मैंने भारत-पाकिस्तान समेत सात युद्ध रुकवाए।" ट्रंप का यह बयान यूएन की विश्वसनीयता पर बड़ा हमला माना जा रहा है।

भारत और चीन पर गंभीर आरोप

अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत और चीन पर रूस को आर्थिक मदद करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "भारत और चीन की नीतियों से रूस को फंडिंग मिल रही है। ये दोनों देश यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद कर रहे हैं।" इसके साथ ही उन्होंने यूरोपीय देशों पर भी रूस की सहायता करने का इल्जाम लगाया।

रूस-यूक्रेन युद्ध और यूरोप की भूमिका

ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध के लंबा खिंचने के लिए यूरोप को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "यूरोपीय देश अब भी रूसी ऊर्जा पर निर्भर हैं। उन्हें रूस से तेल खरीदना तुरंत बंद करना चाहिए।" ट्रंप ने सभी देशों से रूस से ऊर्जा खरीद रोकने की अपील की।

पुतिन से रिश्तों का जिक्र

अपने भाषण में ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जिक्र करते हुए कहा, "पुतिन से मेरा अच्छा रिश्ता है। वह मेरे अच्छे दोस्त हैं। अगर मैं उस समय राष्ट्रपति होता, तो यूक्रेन युद्ध को सुलझाना आसान होता।"

नोबेल पुरस्कार और जिंदगियां बचाने का दावा

ट्रंप ने अपने प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा, "मैंने लाखों लोगों की जिंदगी बचाई है। लोग चाहते हैं कि मुझे नोबेल पुरस्कार मिले, लेकिन मेरे लिए असली नोबेल लोगों की जिंदगी बचाना है।"

यूएन पर पश्चिमी देशों के खिलाफ फंडिंग का आरोप

ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र पर पश्चिमी देशों और उनकी सीमाओं पर हमले के लिए फंडिंग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "यूएन का काम युद्ध रोकना है, न कि युद्ध के लिए फंडिंग करना। यूरोप अवैध प्रवासियों से बर्बाद हो रहा है।"

गाजा, हमास और ईरान पर बयान

ट्रंप ने गाजा में तत्काल युद्धविराम की वकालत की और कहा, "हमास को सभी बंधकों को तुरंत रिहा करना चाहिए।" उन्होंने ईरान पर निशाना साधते हुए कहा, "ईरान जैसे देश के पास परमाणु बम नहीं होना चाहिए। ईरान के ज्यादातर कमांडर मारे जा चुके हैं और उसकी न्यूक्लियर फैसिलिटी तबाह हो चुकी है।"

अमेरिका का स्वर्णिम युग

ट्रंप ने अपने देश की अर्थव्यवस्था और नीतियों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "अमेरिका अपने स्वर्णिम युग में है। हमारी अर्थव्यवस्था शानदार है। अमेरिका केवल अमेरिकियों का देश है।" उन्होंने टैरिफ लागू करने के अपने फैसले को ऐतिहासिक बताया।

ट्रंप का दूसरा कार्यकाल और यूएनजीए

यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में उनका पहला यूएनजीए संबोधन था। इससे पहले उन्होंने 2020 में राष्ट्रपति के रूप में आखिरी बार संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। उनके इस भाषण ने वैश्विक मंच पर कई मुद्दों को लेकर चर्चा छेड़ दी है।