Unacademy vs Karan Sangwan / Unacademy कंपनी ने बताया क्यों टीचर को जॉब से निकाला- बोलै थे ‘पढ़े-लिखे को वोट दें’

Zoom News : Aug 18, 2023, 08:02 AM
Unacademy vs Karan Sangwan: अनएकेडमी द्वारा अपने एक टीचर को नौकरी से निकालने का मामला अब बड़ा होता जा रहा है. करण सांगवान नाम के टीचर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल था, जिसमें वह लोगों से सिर्फ पढ़े-लिखे उम्मीदवारों को वोट करने की अपील कर रहा था. इस बयान पर बवाल होने के बाद अनएकेडमी ने टीचर को जॉब से निकाल दिया था, अब करण खुद का यू-ट्यूब चैनल शुरू कर चुके हैं और 19 अगस्त को विवाद पर विस्तृत जवाब देंगे.

इस विवाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कूदे और उन्होंने इस टीचर का समर्थन किया. केजरीवाल ने सवाल किया कि आखिर इस तरह की अपील करना गुनाह कैसे हो गया. पूरे विवाद पर कंपनी के को-फाउंडर रोमन सैनी ने बयान दिया, उन्होंने कहा कि करण ने कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन किया, यही वजह रही कि उनसे अलग हुआ गया.

कंपनी ने दिया क्या बयान?

रोमन सैनी ने अपने बयान में कहा कि अनएकेडमी में काम करने वाले सभी शिक्षकों के लिए कोड ऑफ कंडक्ट तय किया गया है, जिसमें सभी से निष्पक्ष रहने की अपील की जाती है. क्लासरूम ऐसी जगह नहीं है, जहां आप अपने निजी ओपेनियन को सामने रखें और छात्रों की सोच को प्रभावित करें. यही कारण है कि हमें करण सांगवान से खुद को अलग करना पड़ा है.

करण सांगवान ने इस पूरे विवाद की सफाई में कहा है कि कुछ दिनों से मेरा एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक बयान को मसला बनाया गया है. इसकी वजह से मैं विवाद में आया हूं और मेरे कई स्टूडेंट्स को भी निशाना बनाया गया है, इसका असर मुझपर भी हुआ है.

अनएकेडमी द्वारा करण सांगवान को निकालने के मामले में बयानबाजी भी तेज़ हुई, राजनीतिक लोगों से लेकर अन्य क्षेत्र के लोगों ने कंपनी के फैसले पर सवाल उठाए. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि क्या लोगों से पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना एक गुनाह है. अगर कोई अनपढ़ है तो मैं उसका सम्मान करता हूं. लेकिन जनप्रतिनिधि को पढ़ा लिखा होना चाहिए, क्योंकि यह साइंस और टेक्नोलॉजी का वक्त है और ऐसे में आपके जनप्रतिनिधि को तरह से तैयार रहना चाहिए.

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER