उत्तर प्रदेश में कोडीन कफ सिरप के अवैध कारोबार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। वाराणसी में ED की 45 टीमों ने गुरुवार देर रात डेरा डाला और शुक्रवार सुबह होते ही कोडीन मिक्स कफ सिरप केस के कथित मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी और इस व्यापक अभियान में लगभग 300 अधिकारी/कर्मचारी और 200 CRPF जवान शामिल थे, जिन्होंने वाराणसी के अलग-अलग इलाकों में सुबह सात बजे से कार्रवाई की। यह छापेमारी करीब आठ घंटे तक चली, जिससे इस मामले में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है।
शुभम जायसवाल के ठिकानों पर ED का शिकंजा
ED की टीम ने शुभम जायसवाल के तीन मकानों और उसकी। दुकान सहित आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर गहन तलाशी ली। इसके अतिरिक्त, शुभम जायसवाल से जुड़े देवेश जायसवाल सहित दो दर्जन अन्य आरोपियों की फर्मों पर भी ED ने छापा मारा। यह कार्रवाई तब हुई जब शुभम जायसवाल ने ED द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब नहीं दिया। कुछ दिन पहले ही ED की टीम ने शुभम जायसवाल के ठिकानों पर पहुंचकर नोटिस चस्पा किया था, जिसमें उसे एक हफ्ते के भीतर अपने दस्तावेजों, आधार और पैन कार्ड के साथ ED कार्यालय में पेश होने को कहा गया था और शुभम जायसवाल की ओर से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर ED ने यह बड़ी छापेमारी की योजना बनाई। प्रत्येक ED टीम में पांच से सात अधिकारी/कर्मचारी और उतने ही CRPF जवान शामिल थे, जो सुरक्षा और जांच की प्रक्रिया को सुनिश्चित कर रहे थे।
कोडीन कफ सिरप का अवैध कारोबार
यह पूरा मामला कोडीन मिक्स कफ सिरप के अवैध कारोबार से जुड़ा है, जिसका मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल बताया जा रहा है। तीन दिन पहले ही वाराणसी SIT ने गंगा किनारे स्थित एक गोदाम से भारी मात्रा में कोडीन मिक्स कफ सिरप की 30 हजार शीशियां बरामद की थीं। इन शीशियों की अनुमानित कीमत करीब 60 लाख रुपये थी,। जो इस अवैध धंधे के बड़े पैमाने को दर्शाती है। इस बरामदगी के बाद से ही शुभम जायसवाल ED के रडार पर सबसे ऊपर था। ED की यह कार्रवाई इस अवैध नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने और इसमें शामिल सभी लोगों को बेनकाब करने के उद्देश्य से की गई है।
CA विष्णु कुमार अग्रवाल और अन्य फर्मों पर भी रेड
शुभम जायसवाल के अलावा, ED की टीम ने उसके चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) विष्णु कुमार अग्रवाल के यहां भी छापेमारी की और हालांकि, छापेमारी के दौरान विष्णु अग्रवाल अपनी फर्म पर मौजूद नहीं थे। यह भी उल्लेखनीय है कि SIT सोनभद्र की टीम पहले भी विष्णु अग्रवाल से पूछताछ कर चुकी है। शुभम जायसवाल के पिता और कफ सिरप मामले में आरोपी भोला प्रसाद जायसवाल ने SIT की पूछताछ में बताया था कि शुभम जायसवाल के इस पूरे नेक्सस का हिसाब-किताब सीए विष्णु कुमार अग्रवाल ही देखता है और वाराणसी में 40 से अधिक ऐसी फर्मों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जो कोडीन मिक्स कफ सिरप केस में नामजद हैं, और इनमें से ज्यादातर पर ED की टीम ने छापेमारी की है।
SIT की जांच और 12 सिंडिकेट सदस्य
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोडीन मिक्स कफ सिरप की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय SIT टीम का गठन किया है, जिसका नेतृत्व IG लॉ एंड ऑर्डर एलआर कुमार कर रहे हैं। इस टीम ने 10 दिसंबर को इस पूरे अवैध कारोबार में शामिल 12 साजिशकर्ताओं के नाम जारी किए थे। इन 12 सिंडिकेट सदस्यों में विभोर राणा, सौरभ त्यागी, विशाल राणा, पप्पन यादव, शादाब, मनोहर जायसवाल, अभिषेक शर्मा, विशाल उपाध्याय, भोला प्रसाद, शुभम जायसवाल, आकाश पाठक और विनोद अग्रवाल शामिल हैं। ED की यह कार्रवाई SIT की जांच को और गति प्रदान करेगी और इस अवैध नेटवर्क के सभी पहलुओं को सामने लाने में मदद करेगी। घंटों चली इस कार्रवाई के बाद इस मामले में और तेजी आने की। संभावना है, जिससे नशीले कफ सिरप के अवैध व्यापार पर लगाम लग सकेगी।