Share Market Today / लगातार दूसरे दिन मार्केट में कमजोरी, सेंसेक्स-निफ्टी लाल निशान में खुले, शेयरों में गिरावट

बुधवार को शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन कमजोरी दिखी। बीएसई सेंसेक्स 155.94 अंक गिरकर 81,395.69 पर और एनएसई निफ्टी 25.50 अंक फिसलकर 24,800 पर खुला। इन्फोसिस, टाटा मोटर्स में तेजी, जबकि आईटीसी, टाइटन में गिरावट देखी गई। निवेशक प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर नजर रखे हुए हैं।

Share Market Today: भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को भी गिरावट का सिलसिला जारी रहा, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। बीएसई सेंसेक्स 155.94 अंकों की गिरावट के साथ 81,395.69 अंक पर खुला, जबकि एनएसई निफ्टी 25.50 अंक टूटकर 24,800 के स्तर पर पहुंच गया। लगातार दूसरे दिन बाजार में कमजोरी देखने को मिल रही है, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं।

प्रमुख शेयरों की चाल

बाजार की शुरुआत तो सपाट रही, लेकिन सेक्टोरल गतिविधियों पर नजर डालें तो कुछ स्टॉक्स में मजबूती भी दिखी। इन्फोसिस, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस और एनटीपीसी जैसे दिग्गज शेयरों में आज तेजी देखने को मिली। दूसरी ओर, आईटीसी, इंडसइंड बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, और टाइटन जैसे शेयरों ने कमजोर प्रदर्शन किया और लाल निशान में ट्रेड करते नजर आए।

मंगलवार की गिरावट ने बनाया दबाव

मंगलवार को भी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई थी। बीएसई सेंसेक्स 624.82 अंकों की गिरावट के साथ 81,551.63 पर बंद हुआ था। वहीं, एनएसई निफ्टी 174.95 अंक टूटकर 24,826.20 पर बंद हुआ। इस गिरावट का प्रमुख कारण मुनाफावसूली और वैश्विक स्तर पर मिले-जुले संकेत रहे।

आगे की दिशा तय करेंगे आर्थिक आंकड़े

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में शेयर बाजार की चाल कई महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी। बुधवार को अप्रैल महीने के औद्योगिक उत्पादन (IIP) के आंकड़े जारी होंगे, जबकि शुक्रवार को मार्च तिमाही का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) डेटा सामने आएगा। इन आंकड़ों का बाजार पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है और निवेशकों की रणनीति इन्हीं पर आधारित रहेगी।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा है कि बाजार फिलहाल मिश्रित वैश्विक संकेतों और घरेलू अनिश्चितताओं के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि अच्छे मानसून की उम्मीद और मजबूत वृहद आर्थिक संकेतक जैसे घरेलू कारक बाजार को सहारा देने में सक्षम हैं।