Election 2024 / चुनावी मैदान में नेशनल कॉन्फ्रेंस उतरेगा अकेले? उमर अब्दुल्ला के बयान से आया नया ट्विस्ट

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के INDI अलायंस से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ने की खबरों को खारिज कर दिया है। इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले चुनाव लड़ सकती है क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने की संभावना है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि फारूक के बयान का गलत अर्थ निकाला गया था

Election 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के INDI अलायंस से अलग होकर अकेले चुनाव लड़ने की खबरों को खारिज कर दिया है। इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले चुनाव लड़ सकती है क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने की संभावना है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि फारूक के बयान का गलत अर्थ निकाला गया था और चुनावों में अकेले जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता।

अकेले चुनाव लड़ने के मुद्दे पर क्या बोले उमर अब्दुल्ला?

उमर अब्दुल्ला ने लोकसभा चुनावों में INDI अलायंस में रहते हुए चुनाव लड़ने की बात कही और कहा, ‘सीट बंटवारे के मुद्दे पर पार्टी के संसदीय बोर्ड की अभी बैठक होनी है। अकेले जाने का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि हम I.N.D.I.A. गठबंधन की पार्टी हैं।’ उमर ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि मीडिया ने इस मुद्दे पर फारूक अब्दुल्ला के बयान का गलत मतलब निकाल लिया। बता दें कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर की सबसे बड़ी क्षेत्रीय पार्टी नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि वह आगामी लोकसभा चुनाव और केंद्र शासित प्रदेश में संभावित विधानसभा चुनाव ‘अकेले’ लड़ेंगे।

फारूक अब्दुल्ला ने कई और मुद्दों पर की थी बात

अब्दुल्ला ने अगले हफ्ते होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू-कश्मीर यात्रा का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री आ रहे हैं, यह अच्छी बात है। वह कुछ परियोजनाओं की घोषणा करने वाले हैं।’ चुनावी बॉन्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों को यह जानने का अधिकार है कि राजनीतिक दलों के पास पैसा कहां से आ रहा है। उन्होंने कहा, 'अल्लाह करे कि सरकार इसे स्वीकार कर ले और राजनीतिक दल यह बताने के इस निर्देश का पालन करें कि उन्हें कितना पैसा मिला और कहां से मिला। लोगों को पता होना चाहिए कि धन बल कहां से आ रहा है।’