AMAR UJALA : Apr 07, 2020, 09:54 AM
दिल्ली: राजधानी में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाने के पीछे जमातियों की 11 टीमें थीं। सभी टीमें कैसरबाग की मरकज मस्जिद में आयोजित धार्मिक जलसे में आई थीं, जहां से ज्यादातर लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए।
जलसे के बाद टीमें शहर की अलग-अलग मस्जिदों में ठहरीं और वायरस अन्य लोगों में फैलाया। पुलिस और खुफिया विभाग की छानबीन में यह सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। अब खुफिया विभाग के अधिकारी यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि जमातियों की 11 टीमों और वायरस संक्रमण फैलने के पीछे कोई साजिश तो नहीं है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कैसरबाग की मरकज मस्जिद में धार्मिक जलसे में बांग्लादेश, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के 24 नागरिकों के अलावा दिल्ली, सहारनपुर, गोंडा, बस्ती, हरिद्वार, जयपुर और हरियाणा से आए जमाती शामिल हुए थे।
यह जमाती अलग-अलग 11 टीम के रूप में यहां आए थे। जलसे के बाद सभी अलग-अलग मस्जिदों में ठहरने गए। कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के नागरिक मरकज मस्जिद में ही रुके जबकि बांग्लादेश के जमातियों को काकोरी की जामा मस्जिद और मड़ियांव की मकवा मस्जिद में ठहराया गया था। विदेशी जमातियों के पकड़े जाने और उनसे पूछताछ के बाद ही पुलिस ने सदर की अली जान मस्जिद में ठहरे सहारनपुर के 12 जमातियों को पकड़कर उनके सैंपल लेने के साथ ही सभी को क्वारंटीन कराया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सहारनपुर के जमातियों की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद गहराई से पूछताछ की गई तब धार्मिक जलसे में जमातियों की 11 टीम आने का खुलासा हुआ।
इसके बाद पुलिस ने अपना ऑपरेशन शुरू किया और तालकटोरा के आलमनगर स्थित पीर बक्का मस्जिद, कैसरबाग की रहमानी मस्जिद, गोमतीनगर के उजरियांव की दादा मियां मस्जिद से अलग-अलग प्रदेश व शहरों के जमाती पकड़े गए।
पुलिस और खुफिया विभाग की टीमें यह पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि मरकज मस्जिद में हुए जलसे और वहां से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का आपस में कोई संबंध तो नहीं? अगर वायरस का संक्रमण किसी साजिश के तहत फैलाया गया है तो इसके पीछे कौन है? मरकज मस्जिद में हुए जलसे में शामिल कई लोग देश के विभिन्न हिस्सों में भी गए हैं। पुलिस कोरोना संक्रमित लोगों और जलसे से जुड़े लोगों से पूछताछ कर उनके बारे में जानकारी जुटा रही है।
1200 से अधिक मस्जिदों और मदरसों में गए थे जमाती
पुलिस सूत्रों ने बताया कि धार्मिक जलसे में शामिल होने आई जमातियों की 11 टीमें राजधानी के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की 1200 से अधिक मस्जिदों व मदरसों में गई थीं। पुलिस टीमों ने इन सभी मस्जिदों और मदरसों की छानबीन की है। यहां ठहरे लोगों की जांच के साथ ही सभी को क्वारंटीन कराया गया है। जमातियों के संपर्क में आने वाले लोगों में से कई का पता चल चुका है जबकि बड़ी संख्या में ऐसे लोग अब भी बाहर घूम रहे हैं। ऐसे व्यक्तियों के बारे में पता लगाने के लिए पुलिस की टीमें लगी हैं।
जलसे के बाद टीमें शहर की अलग-अलग मस्जिदों में ठहरीं और वायरस अन्य लोगों में फैलाया। पुलिस और खुफिया विभाग की छानबीन में यह सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। अब खुफिया विभाग के अधिकारी यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि जमातियों की 11 टीमों और वायरस संक्रमण फैलने के पीछे कोई साजिश तो नहीं है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कैसरबाग की मरकज मस्जिद में धार्मिक जलसे में बांग्लादेश, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के 24 नागरिकों के अलावा दिल्ली, सहारनपुर, गोंडा, बस्ती, हरिद्वार, जयपुर और हरियाणा से आए जमाती शामिल हुए थे।
यह जमाती अलग-अलग 11 टीम के रूप में यहां आए थे। जलसे के बाद सभी अलग-अलग मस्जिदों में ठहरने गए। कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के नागरिक मरकज मस्जिद में ही रुके जबकि बांग्लादेश के जमातियों को काकोरी की जामा मस्जिद और मड़ियांव की मकवा मस्जिद में ठहराया गया था। विदेशी जमातियों के पकड़े जाने और उनसे पूछताछ के बाद ही पुलिस ने सदर की अली जान मस्जिद में ठहरे सहारनपुर के 12 जमातियों को पकड़कर उनके सैंपल लेने के साथ ही सभी को क्वारंटीन कराया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सहारनपुर के जमातियों की जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद गहराई से पूछताछ की गई तब धार्मिक जलसे में जमातियों की 11 टीम आने का खुलासा हुआ।
इसके बाद पुलिस ने अपना ऑपरेशन शुरू किया और तालकटोरा के आलमनगर स्थित पीर बक्का मस्जिद, कैसरबाग की रहमानी मस्जिद, गोमतीनगर के उजरियांव की दादा मियां मस्जिद से अलग-अलग प्रदेश व शहरों के जमाती पकड़े गए।
पुलिस और खुफिया विभाग की टीमें यह पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि मरकज मस्जिद में हुए जलसे और वहां से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का आपस में कोई संबंध तो नहीं? अगर वायरस का संक्रमण किसी साजिश के तहत फैलाया गया है तो इसके पीछे कौन है? मरकज मस्जिद में हुए जलसे में शामिल कई लोग देश के विभिन्न हिस्सों में भी गए हैं। पुलिस कोरोना संक्रमित लोगों और जलसे से जुड़े लोगों से पूछताछ कर उनके बारे में जानकारी जुटा रही है।
1200 से अधिक मस्जिदों और मदरसों में गए थे जमाती
पुलिस सूत्रों ने बताया कि धार्मिक जलसे में शामिल होने आई जमातियों की 11 टीमें राजधानी के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की 1200 से अधिक मस्जिदों व मदरसों में गई थीं। पुलिस टीमों ने इन सभी मस्जिदों और मदरसों की छानबीन की है। यहां ठहरे लोगों की जांच के साथ ही सभी को क्वारंटीन कराया गया है। जमातियों के संपर्क में आने वाले लोगों में से कई का पता चल चुका है जबकि बड़ी संख्या में ऐसे लोग अब भी बाहर घूम रहे हैं। ऐसे व्यक्तियों के बारे में पता लगाने के लिए पुलिस की टीमें लगी हैं।