- भारत,
- 22-Jun-2025 10:06 PM IST
Israel-Iran War: ईरान और इजराइल के बीच जारी सैन्य संघर्ष के बीच भारत सरकार ने एक बड़ा राहत अभियान चलाते हुए ईरान में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है। रविवार को 311 भारतीय नागरिकों का एक नया जत्था ईरान के मशहद शहर से विशेष उड़ान के जरिये दिल्ली पहुंचा। विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अब तक कुल 1,428 भारतीयों को ईरान से सफलतापूर्वक निकाला जा चुका है।
संघर्ष क्षेत्र से सुरक्षित वापसी
मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि 22 जून को दोपहर 4:30 बजे विशेष फ्लाइट मशहद से रवाना हुई और दिल्ली पहुंची। इस उड़ान के जरिए जिन लोगों को वापस लाया गया, उनमें बड़ी संख्या में छात्र शामिल हैं, खासतौर पर जम्मू-कश्मीर के। करीब 200 से अधिक कश्मीरी छात्र ईरान में पढ़ाई कर रहे थे और युद्ध के बीच बुरी तरह फंस गए थे। इन छात्रों की सुरक्षित वापसी से उनके परिजनों ने बड़ी राहत की सांस ली है।
"ऑपरेशन सिंधु" बना जीवन रेखा
भारत सरकार ने गत सप्ताह 'ऑपरेशन सिंधु' की शुरुआत की थी, जिसके तहत युद्ध प्रभावित क्षेत्रों ईरान और इजराइल में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने का अभियान शुरू हुआ। यह ऑपरेशन तेजी और समन्वय का उत्कृष्ट उदाहरण बनकर सामने आया है, जिसमें विदेश मंत्रालय, भारतीय दूतावास और स्थानीय अधिकारियों ने मिलकर युद्ध जैसे हालात में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
कश्मीरी छात्र संघ ने जताया आभार
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने इस समय पर की गई कार्रवाई के लिए भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और ईरान में भारतीय दूतावास का आभार जताया है। अपने बयान में संघ ने कहा, “जिन छात्रों ने ईरान में युद्ध के साये में कठिन दिन बिताए, वे अब अपनी मातृभूमि में अपनों के बीच हैं। यह सरकार के संवेदनशील और कुशल नेतृत्व का परिणाम है।” संघ ने भारत और ईरान के अधिकारियों के त्वरित समन्वय को भी सराहा।
अमेरिका की एंट्री से युद्ध और भड़का
इस बीच, ईरान-इजराइल संघर्ष में रविवार सुबह एक नया मोड़ आया, जब अमेरिका ने भी हस्तक्षेप करते हुए ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर बमबारी कर दी। इससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति और अधिक गंभीर हो गई है। इजराइल और ईरान एक-दूसरे के सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमले कर रहे हैं, जिससे पूरे मध्य पूर्व में अशांति की लहर फैल चुकी है।