राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा हाल ही में बूंदी पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। सर्किट हाउस पहुंचने पर विधायक हरिमोहन शर्मा सहित कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर पुष्पगुच्छ और माल्यार्पण के साथ डोटासरा का स्वागत किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं, खासकर अंता उपचुनाव को लेकर। डोटासरा ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया और आगामी चुनावी रणनीति पर भी संकेत दिए।
भाजपा सरकार पर तीखा हमला: कानून व्यवस्था और बढ़ते हादसे
कैबिनेट में फेरबदल की मांग: गुजरात मॉडल का सुझाव
डोटासरा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में हादसे लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। डोटासरा ने आरोप लगाया कि जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है और सरकार इन मुद्दों पर नियंत्रण खो चुकी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों के कारण आमजन त्रस्त है और इसका परिणाम अंता उपचुनाव में साफ दिखाई देगा और यह बयान राज्य में सुरक्षा और सुशासन को लेकर कांग्रेस की चिंता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए, डोटासरा ने कैबिनेट में बड़े फेरबदल की मांग की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में जिस तरह की घटनाएं हो रही हैं, उससे साफ है कि सरकार नियंत्रण खो चुकी है। डोटासरा ने सुझाव दिया कि गुजरात की तर्ज पर पूरी सरकार को बदल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैबिनेट में फेरबदल कर नए चेहरे लाने चाहिए, ताकि जनता को राहत मिल सके और प्रशासन में नई ऊर्जा का संचार हो सके और यह मांग भाजपा सरकार पर दबाव बनाने की कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा प्रतीत होती है।
अंता उपचुनाव की घटना पर स्पष्टीकरण
इस दौरान डोटासरा से अंता उपचुनाव के दौरान उनके काफिले को रोके जाने को लेकर भी सवाल पूछा गया और उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके ऊपर कोई हमला नहीं हुआ, लेकिन उनके काफिले को करीब आधे घंटे तक रोका गया। डोटासरा ने इस घटना को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बाधा डालने का प्रयास बताया और उन्होंने कहा कि अंता चुनाव में कुछ असामाजिक तत्वों का जमावड़ा दिखाई दे रहा है, जो चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई की मांग
डोटासरा ने अंता में लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बाधा डालने वाले असामाजिक तत्वों पर प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं हैं और प्रशासन को। ऐसे तत्वों के खिलाफ तुरंत कदम उठाने चाहिए ताकि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित किया जा सके। यह बयान चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए भी दिया गया है।
जनता देगी भाजपा की नाकामियों का जवाब
पीसीसी चीफ ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता पूरी मजबूती से जनता के बीच हैं और राज्यभर में संगठन को सक्रिय किया जा रहा है और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जनता भाजपा की नाकामियों का जवाब आने वाले चुनावों में देगी। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस जनता के मुद्दों को लेकर लगातार संघर्ष कर रही है और आने वाले समय में इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर चुनाव में पूरी ताकत से जुटने का आह्वान किया।