- भारत,
- 12-Sep-2025 05:59 PM IST
Ashok Gehlot News: जयपुर में जवाहर बाल मंच के कार्यक्रम में बोलते हुए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर देश के इतिहास को बदलकर सांप्रदायिकता से भरा इतिहास रचने का गंभीर आरोप लगाया। गहलोत ने कहा कि ये लोग देश के स्वतंत्रता संग्राम और इसके नायकों को भुलाने की कोशिश कर रहे हैं, विशेष रूप से पंडित जवाहरलाल नेहरू के योगदान को नकारते हुए उनके खिलाफ अपमानजनक और निम्न स्तर की टिप्पणियां कर रहे हैं।
इतिहास को भुलाने की साजिश
गहलोत ने कहा, "ये लोग (बीजेपी और आरएसएस) नया सांप्रदायिकता से भरा इतिहास रचना चाहते हैं। ये इतिहास की बातें भुलाने के लिए जवाहरलाल नेहरू तक को नहीं छोड़ रहे। नेहरू के बारे में ऐसी गंदी और घटिया बातें लिखते हैं। इनकी मंशा खतरनाक है। ये भारी गलती कर रहे हैं।" उन्होंने जोर देकर कहा कि इतिहास की आलोचना करने से कुछ हासिल नहीं होता। गहलोत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग इतिहास को भुलाने की कोशिश करते हैं, वे स्वयं कभी इतिहास नहीं बना सकते।
उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के नायकों जैसे महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, बाल गंगाधर तिलक, गोपाल कृष्ण गोखले और सरदार भगत सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र में सत्ता में बैठे लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं दिया। गहलोत ने आरोप लगाया, "केंद्र की सत्ता में बैठे लोगों ने देश की आजादी के आंदोलन में अपनी उंगली तक नहीं कटाई।"
संविधान और लोकतंत्र पर खतरा
गहलोत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र आज खतरे में हैं। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी जो बात बोल रहे हैं, चाहे वोट चोरी की बात हो या संविधान बचाने की बात हो, उसके पीछे की मंशा को समझने की जरूरत है। संविधान बचाने की बात कहने के पीछे कारण क्या हैं, नौबत क्यों आई, यह सोचना होगा।" गहलोत ने केंद्र सरकार पर पूंजीपतियों के पक्ष में काम करने का भी आरोप लगाया।
आईटी क्रांति और युवाओं की जिम्मेदारी
पूर्व सीएम ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को देश में आईटी क्रांति का जनक बताते हुए कहा कि आज विपक्षी दल इसका सबसे ज्यादा फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे देश के सही इतिहास को समझें और इसे आगे बढ़ाएं। गहलोत ने कहा, "हमें युवाओं को बताना होगा कि हम किस तरह नॉलेज बढ़ाएं। राजीव गांधी ने जो आईटी क्रांति शुरू की, उसका फायदा आज हमें सही दिशा में ले जाना होगा।"
