- भारत,
- 06-Aug-2025 02:05 PM IST
President Lula Snubs: अमेरिकी टैरिफ को लेकर दुनियाभर में तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच, कई देश भारत के साथ मिलकर एकजुट हो रहे हैं, और इस सूची में सबसे ऊपर है ब्राजील। ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को करारा जवाब देते हुए उनके फोन कॉल के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। ट्रंप ने हाल ही में पत्रकारों से कहा था कि वे ब्राजील के राष्ट्रपति से बात करने को तैयार हैं, लेकिन लूला ने साफ तौर पर इसे नकार दिया।
लूला ने स्थानीय मीडिया से बातचीत में कहा, "मैं टैरिफ पर ट्रंप को फोन नहीं करूंगा। आप लोग निश्चिंत रहें। ट्रंप हमारी बात सुनना नहीं चाहते, इसलिए मैं उनसे बात नहीं करूंगा।"
भारत, रूस और चीन के साथ बेहतर रिश्ते
लूला ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा, "मैं बिजनेस और भागीदारी को लेकर पीएम मोदी को फोन करना चाहूंगा। वे हमारी बात सुनते हैं। मैं पुतिन और जिनपिंग से भी बात करना चाहूंगा।" लूला का मानना है कि व्यापारिक वार्ता आपसी सम्मान और संप्रभुता के आधार पर होनी चाहिए, न कि किसी दबाव में।
उन्होंने आगे कहा, "हम अमेरिका से टैरिफ पर बात करेंगे, लेकिन आमने-सामने और बराबरी के आधार पर। हम झुककर बात नहीं करेंगे।"
ट्रंप और लूला के बीच तनाव की वजह
लूला और ट्रंप के बीच तनाव की जड़ में कई कारण हैं। लूला को समाजवादी विचारधारा का नेता माना जाता है, और उनका आरोप है कि अमेरिकी सरकार के इशारे पर उनके विरोधी जेयर बोल्सनारो ने उनके खिलाफ तख्तापलट की कोशिश की थी। ट्रंप ने कई मौकों पर बोल्सनारो की खुलकर तारीफ की और उनकी पैरवी भी की। हाल ही में ब्राजील की अदालत ने बोल्सनारो को हाउस अरेस्ट का आदेश दिया था, जिसे लूला के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।
इसके अलावा, ब्रिक्स संगठन (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) भी दोनों नेताओं के बीच विवाद का एक प्रमुख कारण है। ट्रंप का दावा है कि ब्रिक्स की स्थापना अमेरिकी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए की गई थी। वहीं, लूला वर्तमान में ब्रिक्स के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिससे ट्रंप के साथ उनका तनाव और बढ़ गया है।
ट्रंप का ब्राजील पर निशाना
ट्रंप ने हाल ही में व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा था, "मैं ब्राजील से प्यार करता हूं, लेकिन वहां के शासक गलत हैं। वहां के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है।" इस बयान को लूला ने व्यक्तिगत हमले के रूप में लिया और इसे खारिज करते हुए कहा कि वे ब्राजील की संप्रभुता से समझौता नहीं करेंगे।
भारत की बढ़ती भूमिका
इस पूरे घटनाक्रम में भारत एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है। लूला का पीएम मोदी के प्रति विश्वास और उनकी नेतृत्व शैली की प्रशंसा दर्शाती है कि भारत वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है। ब्रिक्स के माध्यम से भारत, ब्राजील, रूस और चीन जैसे देश मिलकर वैश्विक व्यापार और आर्थिक नीतियों में संतुलन लाने की कोशिश कर रहे हैं।
