Coronavirus Vaccine / क्या डेल्टा प्लस वैरिएंट से लड़ सकती हैं वैक्सीन, नए वैरिएंट के खिलाफ कोरोना टीका कितना प्रभावी?

Zoom News : Jun 23, 2021, 07:34 AM
Delhi: ICMR के वैज्ञानिक कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के नए म्यूटेशन डेल्टा प्लस वैरिएंट के बारे में और जानकारी जुटा रहे हैं। एनआईवी पुणे में आईसीएमआर यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या भारत बायोटेक की कोवैक्सीन नए स्ट्रेन को न्यूट्रलाइज कर सकती है या नहीं। सूत्रों ने इस बात की ओर इशारा किया है कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों के सीरम सैम्पल लिए गए हैं जिनका इस्तेमाल यह जांचने के लिए भी होगा कि नए वैरिएंट को न्यूट्रलाइज करने में एंटीबॉडीज कितनी प्रभावी हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रतिनिधि का कहना है कि वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ काम करती है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं। उन्होंने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि डेल्टा वायरस पर अलग-अलग वैक्सीनों का क्या प्रभाव है इसके बारे में जानकारी उपलब्ध है और इसे जल्द साझा किया जाएगा। वहीं, हेल्थ एक्सपर्ट और वायरोलॉजिस्ट ने इस बात की ओर इशारा किया है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट वैक्सीन और इन्फेक्शन इम्यूनिटी दोनों को चकमा दे सकता है।

जानकारों का कहना है कि कोरोना के खिलाफ इलाज के लिए प्रयोग किये जा रहे मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट डेल्टा प्लस वैरिएंट के खिलाफ हो सकता है कि काम ना करे। मैक्स हेल्थकेयर के इंटर्नल मेडिसिन के डायरेक्टर  रोमेल टिक्कू ने कहा कि जो आंकड़े मौजूद हैं वो देखकर यही लगता है कि मोनोक्लोनल एंटीबॉडी ट्रीटमेंट डेल्टा प्लस वैरिएंट के खिलाफ असरदार नहीं होगा। हालांकि, हमें इस दावे को और मजबूत करने के लिए और आंकड़ों की जरूरत है। 

स्वास्थ्य विशेषज्ञ और अमेरिकी वैज्ञानिक एरिक फीगल-डिंग ने ट्वीट कर कहा कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ सीमित तौर पर प्रभावशाली हो सकी है। एस्ट्राजेनेका वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 60 फीसदी प्रभावी है। फाइजर 88 प्रतिशत प्रभावी है। यह एक नॉन ट्रायल स्टडी में सामने आया है। वैक्सीन के एक डोज का प्रभाव औसन 33 प्रतिशत है और कई सारे देशों में अभी एक डोज ही दी गई है।WHO की डॉक्टर मारिया वान केरखोव, डेल्टा वैरिएंट हमारे लिए बहुत चिंता का विषय है क्योंकि यह दुनिया भर में फैल रहा है। हम जानते हैं कि 92 देश ऐसे हैं जहां डेल्टा वैरिएंट हैं। 80 देशों में B1.617.2 है और अतिरिक्त 12 देशों में B.167 है।

भारत में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 21 मामले महाराष्ट्र, 2 कर्नाटक, 2 केरल, 5 मध्य प्रदेश में पाए गए हैं। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को डेल्टा प्लस को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया और राज्यों को टेस्टिंग ट्रैकिंग और वैक्सीनेशन पर जोर देने के लिए कहा है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER