News18 : Apr 07, 2020, 04:31 PM
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देश भर में लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown In India) को केंद्र सरकार बढ़ा सकती है। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार सरकार के सूत्रों ने कहा कि कई राज्य सरकारें और विशेषज्ञ केंद्र सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि वह लॉकडाउन का विस्तार करे। केंद्र सरकार इस दिशा में सोच रही है।
गौरतलब है कि देश के कम से कम सात राज्यों ने लॉक डाउन की समयावधि को आगे बढ़ाने का समर्थन किया है। इन सात राज्यों में सोमवार रात स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार 1367 मामले पाए गए थे। जो कुल मामलों का एक तिहाई है। इन राज्यों ने सोमवार को इशारा किया कि वह 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन के 14 अप्रैल को खत्म होने के बाद भी कुछ पाबंदियां जारी रखेंगे।
एक ओर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि वह अपने राज्य में लॉकडाउन की समयावधि बढ़ाने के पक्ष में हैं। वहीं महाराष्ट्र, राजस्थान, यूपी, असम, छत्तीसगढ़ और झारखंड भी इसके समर्थन में हैं। उन्होंने संकेत दिया कि वे अगले मंगलवार यानी 14 अप्रैल के बाद भी प्रतिबंधों को पूरी तरह से खत्म नहीं करेंगे।
महाराष्ट्र में अब तक 748 मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य में मुंबई और पुणे क्षेत्रों के साथ अन्य हॉटस्पॉट्स में भी लॉकडाउन बढ़ने की संभावना है। वहीं यूपी के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में तबलीगी जमात से जुड़े मामलों की संख्या में वृद्धि (305 में से 159) के बाद लॉकडाउन को लेकर अनिश्चितता है। 274 मामलों के साथ राजस्थान बाहर निकलने की रणनीति पर काम कर रहा है, जबकि 10 मामलों वाले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा कि अंतरराज्यीय यात्रा को शुरू किये जाने के चलते वायरस का प्रसार हो सकता है।शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू
गौरतलब है कि देश के कम से कम सात राज्यों ने लॉक डाउन की समयावधि को आगे बढ़ाने का समर्थन किया है। इन सात राज्यों में सोमवार रात स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार 1367 मामले पाए गए थे। जो कुल मामलों का एक तिहाई है। इन राज्यों ने सोमवार को इशारा किया कि वह 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन के 14 अप्रैल को खत्म होने के बाद भी कुछ पाबंदियां जारी रखेंगे।
एक ओर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि वह अपने राज्य में लॉकडाउन की समयावधि बढ़ाने के पक्ष में हैं। वहीं महाराष्ट्र, राजस्थान, यूपी, असम, छत्तीसगढ़ और झारखंड भी इसके समर्थन में हैं। उन्होंने संकेत दिया कि वे अगले मंगलवार यानी 14 अप्रैल के बाद भी प्रतिबंधों को पूरी तरह से खत्म नहीं करेंगे।
महाराष्ट्र में अब तक 748 मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य में मुंबई और पुणे क्षेत्रों के साथ अन्य हॉटस्पॉट्स में भी लॉकडाउन बढ़ने की संभावना है। वहीं यूपी के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में तबलीगी जमात से जुड़े मामलों की संख्या में वृद्धि (305 में से 159) के बाद लॉकडाउन को लेकर अनिश्चितता है। 274 मामलों के साथ राजस्थान बाहर निकलने की रणनीति पर काम कर रहा है, जबकि 10 मामलों वाले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा कि अंतरराज्यीय यात्रा को शुरू किये जाने के चलते वायरस का प्रसार हो सकता है।शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू
इसके साथ ही 165 मामलों के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होगी। एक समीक्षा बैठक में चौहान ने कहा कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन हटाया जा सकता है। इसके साथ ही गुवाहाटी में, असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'जब लॉकडाउन वापस ले लिया जाता है, हमें असम आने के इच्छुक लोगों को रेगुलेट करना होगा। अस्थायी अवधि के लिए, हमें स्थायी निवासियों के लिए भी ILP- जैसी स्थिति की आवश्यकता हो सकती है।' द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि स्थिति को देखते हुए सरकार द्वारा संतुष्ट होने के बाद ही लॉकडाउन को हटाएंगे।वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के। चन्द्रशेखर राव ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि देश में लागू 21 दिन के लॉकडाउन की अवधि में 14 अप्रैल के बाद विस्तार किया जाए क्योंकि लोगों के जीवन रक्षा के लिए यह महत्वपूर्ण है। तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख ने कहा कि देश की ‘‘खराब स्वास्थ्य सुविधाओं’’ के कारण वायरस से संक्रमण के प्रसार को रोकना मुश्किल होगा।A lot of state governments, as well as experts, are requesting Central Government to extend the lockdown. Central Government is thinking in this direction: Government sources pic.twitter.com/iDShmLIS8j
— ANI (@ANI) April 7, 2020