News18 : Apr 20, 2020, 09:21 AM
वॉशिंगटन। अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के कारण बदहाल अमेरिका की अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर आने में कई साल नहीं बल्कि कुछ महीने ही लगेंगे। उन्होंने सीएनएन चैनल के कार्यक्रम ‘स्टेट ऑफ दी यूनियन’ में हिस्सा लेते हुए कहा, मुझे लगता है कि इसमें कुछ महीने ही लगेंगे। मुझे ऐसा बिलकुल नहीं लगता कि इसमें कई साल लगने वाले हैं। उनसे पूछा गया था कि महामारी से पहले अर्थव्यवस्था जिस मजबूत स्थिति में थी, वापस उस स्थिति में लौटने में क्या समय लग सकता है।
म्नुचिन ने कहा, हम इस वायरस को हराने वाले हैं। मैं जानता हूं कि न सिर्फ जांच में बल्कि इलाज के मोर्चे पर भी हम शानदार सफलताएं हासिल करने जा रहे हैं। हमारे पास जल्दी ही टीके होंगे। मुझे लगता है कि टीके विकसित करने में लोग लगे हुए हैं और इसमें कुछ ही समय लगेगा। हालांकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक का कहना है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की चपेट में आ चुकी है।
2.2 करोड़ से अधिक लोगों की नौकरी गईबता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण सामने आयी चुनौतियों के चलते अमेरिका में 2।2 करोड़ से अधिक लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित करने वाले क्षेत्र जैसे यात्रा और पर्यटन बदहाल हैं। देश की 33 करोड़ की आबादी का 95 प्रतिशत से अधिक हिस्सा घरों में कैद है। इस वायरस के संक्रमण के कारण अमेरिका में अब तक 39 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 7।5 लाख लोग अब तक इससे संक्रमित हो चुके हैं। यह कोरोना वायरस से किसी भी देश में संक्रमण तथा मौतों का सर्वाधिक आंकड़ा है।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिये 2 हजार अरब डॉलर का राहत पैकेज पेश किया है।
म्नुचिन ने कहा, हम इस वायरस को हराने वाले हैं। मैं जानता हूं कि न सिर्फ जांच में बल्कि इलाज के मोर्चे पर भी हम शानदार सफलताएं हासिल करने जा रहे हैं। हमारे पास जल्दी ही टीके होंगे। मुझे लगता है कि टीके विकसित करने में लोग लगे हुए हैं और इसमें कुछ ही समय लगेगा। हालांकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक का कहना है कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था आर्थिक मंदी की चपेट में आ चुकी है।
2.2 करोड़ से अधिक लोगों की नौकरी गईबता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण सामने आयी चुनौतियों के चलते अमेरिका में 2।2 करोड़ से अधिक लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित करने वाले क्षेत्र जैसे यात्रा और पर्यटन बदहाल हैं। देश की 33 करोड़ की आबादी का 95 प्रतिशत से अधिक हिस्सा घरों में कैद है। इस वायरस के संक्रमण के कारण अमेरिका में अब तक 39 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 7।5 लाख लोग अब तक इससे संक्रमित हो चुके हैं। यह कोरोना वायरस से किसी भी देश में संक्रमण तथा मौतों का सर्वाधिक आंकड़ा है।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप से अमेरिका की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिये 2 हजार अरब डॉलर का राहत पैकेज पेश किया है।