Delhi AQI / दिल्ली की हवा जहरीली: सोमवार को AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में, मंगलवार को 'गंभीर' होने की आशंका

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 324 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है। अक्षरधाम, एम्स और आनंद विहार जैसे इलाकों में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, मंगलवार को AQI 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच सकता है, जिससे स्वास्थ्य जोखिम बढ़ेंगे।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का कहर लगातार जारी है, जिससे शहर की हवा जहरीली बनी हुई है। सोमवार को भी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया, जिससे निवासियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 324 रहा, जिसे 'बेहद खराब' श्रेणी में रखा गया है। यह स्थिति दर्शाती है कि हवा में प्रदूषकों का स्तर काफी ऊंचा है, जो विशेष रूप से संवेदनशील आबादी के लिए हानिकारक हो सकता है।

विभिन्न इलाकों में AQI की स्थिति

दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर भिन्न-भिन्न रहा, लेकिन अधिकांश प्रमुख स्थानों पर हवा की गुणवत्ता चिंताजनक बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, अक्षरधाम और उसके आसपास के इलाकों में AQI 347 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। इसी तरह, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी AQI 342 रहा, जिसे 'बहुत खराब' माना गया है। आनंद विहार में स्थिति और भी गंभीर दिखी, जहां कोहरे की मोटी चादर छाई रही और AQI बिगड़कर 371 पर पहुंच गया, जिसे भी 'बहुत खराब' श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। इंडिया गेट पर आज सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई और इस क्षेत्र का AQI 247 दर्ज किया गया, जो 'खराब' श्रेणी में आता है। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में हवा सांस। लेने लायक नहीं है और लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

AQI श्रेणियों का विस्तृत विवरण

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है ताकि आम जनता को हवा की गुणवत्ता की गंभीरता को समझने में आसानी हो। 0 से 50 के बीच AQI को 'अच्छा' माना जाता है, जिसका। अर्थ है कि हवा साफ और सांस लेने के लिए सुरक्षित है। 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक' श्रेणी आती है, जिसमें संवेदनशील लोगों को हल्की सांस संबंधी परेशानी हो सकती है। 101 से 200 के बीच 'मध्यम' श्रेणी होती है, जिसमें फेफड़ों के रोग, हृदय रोग या बुजुर्गों को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है और 201 से 300 के बीच 'खराब' श्रेणी मानी जाती है, जिसमें लंबे समय तक संपर्क में रहने पर सांस की बीमारी वाले लोगों को परेशानी हो सकती है। 301 से 400 के बीच 'बेहद खराब' श्रेणी होती है, जो स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में परेशानी और हृदय रोग वाले लोगों को गंभीर प्रभाव डाल सकती है।

अंत में, 401 से 500 के बीच 'गंभीर' श्रेणी होती है, जो स्वस्थ लोगों को भी प्रभावित कर सकती है और बीमार लोगों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं दे सकती है और दिल्ली में वर्तमान स्थिति 'बहुत खराब' और 'खराब' श्रेणियों के बीच है, जो गंभीर चिंता का विषय है। केंद्र की एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम (EWS) ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता के संबंध में एक चिंताजनक भविष्यवाणी जारी की है। पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली की हवा सोमवार तक 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी रहेगी। हालांकि, मंगलवार को स्थिति और बिगड़ सकती है, जब AQI 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच जाएगा। 'गंभीर' AQI का अर्थ है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर बढ़ जाएगा, जिससे विशेष रूप। से बच्चों, बुजुर्गों और सांस लेने में समस्या वाले लोगों के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा होंगे। इसके बाद, बुधवार को हवा की गुणवत्ता में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है, लेकिन यह फिर भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी रहेगी। यह पूर्वानुमान दिल्ली के निवासियों के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि आने वाले दिनों। में उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचना होगा।

बीते कुछ दिनों से दिल्ली के AQI का रुझान

दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर पिछले कुछ दिनों से लगातार उतार-चढ़ाव दिखा रहा है, लेकिन समग्र प्रवृत्ति खराब होती वायु गुणवत्ता की ओर इशारा करती है। 30 अक्टूबर को दिल्ली का AQI 373 दर्ज किया गया था, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में था। 31 अक्टूबर को इसमें थोड़ा सुधार हुआ और यह 218 पर आ गया, जो 'खराब' श्रेणी में था। हालांकि, यह सुधार अल्पकालिक रहा। 1 नवंबर को AQI फिर से बढ़कर 303 हो गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में लौट आया। इसके बाद, 2 नवंबर को स्थिति और बिगड़ गई और AQI 366। दर्ज किया गया, जो लगातार 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है। यह डेटा दर्शाता है कि दिल्ली की हवा लगातार खतरनाक स्तर पर बनी हुई है और इसमें कोई स्थायी सुधार देखने को नहीं मिल रहा है।

दिल्ली का मौसम और प्रदूषण पर इसका प्रभाव

मौसम की स्थिति भी दिल्ली के वायु प्रदूषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मौसम विभाग की ओर से सोमवार को राजधानी दिल्ली में हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। कोहरा और कम तापमान अक्सर प्रदूषकों को जमीन के करीब फंसा लेते हैं, जिससे हवा की गुणवत्ता और खराब हो जाती है। इससे पहले, रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 30 और 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो मौसम के औसत से 0. 5 डिग्री सेल्सियस कम था, जबकि न्यूनतम तापमान 16. 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1. 5 डिग्री सेल्सियस अधिक था। मौसम में ये बदलाव, विशेष रूप से तापमान में गिरावट और कोहरे की उपस्थिति, प्रदूषण के कणों को वातावरण में फैलने से रोकते हैं, जिससे AQI में वृद्धि होती है और दिल्ली की हवा और अधिक जहरीली हो जाती है। निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे घर से बाहर निकलने से पहले AQI की जांच करें और आवश्यक सावधानी बरतें।