
विक्रांत सिंह शेखावत
- भारत,
- 11-Feb-2025,
- (अपडेटेड 10-Feb-2025 06:47 PM IST)
India-France Relations: जहां एक ओर पीएम नरेंद्र मोदी के यूएस विजिट की चर्चा हो रही है, उससे पहले सोमवार से पीएम मोदी की फ्रांस विजिट शुरू हो गई है। यूरोप की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी फ्रांस के साथ भारत के रिश्ते लगातार अच्छे हो रहे हैं। खासकर दोनों देशों के बीच ट्रेड रिलेशन में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। बीते 6 बरस में दोनों देशों के बीच ट्रेड में अनुमानित 77 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। वहीं बात एफडीआई की करें तो बीते 10 साल में फ्रांस से आने वाले निवेश में 3 गुना की बढ़ोतरी देखने को मिली है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर भारत और फ्रांस के बीच ट्रेड के किस तरह के आंकड़े देखने को मिल रहे हैं।
3 गुना बढ़ा एफडीआई
भारत और फ्रांस के बीच काफी विश्वास बढ़ा है। ये विश्वास सिर्फ डिप्लोमैटिक ही नहीं बल्कि बिजनेस में भी देखने को मिला है। आंकड़ों पर बात करें तो फ्रांस ने भारत पर विश्वास जताते हुए बीते 10 बरस में एफडीआई 18,700 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 53,700 करोड़ रुपए कर दिया है। इसका मतलब है कि फ्रांस से आने वाले एफडीआई में बीते 10 साल में 3 गुना का इजाफा देखने को मिला है। ये निवेश सितंबर 2024 तक का है। जानकारों की मानें तो आने वाले सालों में इसमें और भी इजाफा देखने को मिल सकता है।दोनों देशों के बीच कितना ट्रेड
चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री फ्रांस-भारत के अध्यक्ष कौमार आनंद ने जानकारी देते हुए कहा कि अब जब पीएम नरेंद्र मोदी फ्रांस के दौरे पर हैं, तब तक दोनों देशों के बीच का ट्रेड 20 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। जो पिछले साल 15 अरब डॉलर से ज्यादा का देखने को मिला था। इसका मतलब है कि बीते एक साल में दोनों देशों के बीच के ट्रेड में 30 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल चुका है। बीते एक साल में दोनों देशों के बीच डिफेंस और एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज में काफी कारोबार देखने को मिला है। चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री फ्रांस-भारत के अध्यक्ष ने कहा कि फ्रांसीसी कंपनियों की भारत में मजबूत उपस्थिति है। भारत में एक हजार से अधिक फ्रेंच कंपनियां काम कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर फ्रांस में भारत की 100 से कुछ कम कंपनियां हैं।कैसा रहा है बाइलेटरल ट्रेड
भारत और फ्रांस के बीच बाइलेटरल ट्रेड मौजूदा साल में संभावित 20 अरब डॉलर पहुंच गया हो, लेकिन बीते कुछ सालों में 11-15 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच स्थिर बना हुआ था। वित्त वर्ष 2023-24 की बात करें तो पहली बार 15 अरब डॉलर का बैरियर तोड़ता हुआ दिखाई दिया। भारत से एक्सपोर्ट 7 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया। जहां वित्त वर्ष 2020 में भारत का एक्सपोर्ट 5.09 बिलियन डॉलर था, जो वित्त वर्ष 2024 में 7.14 बिलियन तक पहुंच गया। वित्त वर्ष 2022 में भारत और फ्रांस के ट्रेड में 36 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला, जबकि वित्त वर्ष 2023 में ये बढ़ोतरी 11 फीसदी और वित्त वर्ष 2024 में 9 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली। वित्त वर्ष 2025 का संभावित डाटा 20 अरब डॉलर है। इसका मतलब है कि पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले ये इजाफा 30 फीसदी से ज्यादा का देखने को मिल रहा है।भारत से फ्रांस को टॉप 5 एक्सपोर्ट
भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार भारत से फ्रांस को टॉप 5 एक्सपोर्ट की बात करें तो वित्त वर्ष 2023-24 में:- मिनरल्स फ्यूल, मिनरल ऑयल और उनसे जुड़े प्रोडक्ट, बिटुमिनस पदार्थ, मिनरल वैक्स - 1.22 बिलियन डॉलर
- परमाणु रिएक्टर, बॉयलर, मशीनरी और मैकेनिकल अप्लायंस - 760.78 मिलियन डॉलर
- इलेक्ट्रिक मशीनरी और इक्विपमेंट और उसके पार्ट्स, साउंड रिकॉर्डर और रिप्रोड्यूयर, टेलीविजन इमेज और साउंड रिकॉर्डर और रिप्रोड्यूयर, और पार्ट्स - 732.66 मिलियन डॉलर
- फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स - 535.23 मिलियन डॉलर
- अपैरल और क्लोदिंग के सामान (बुना हुआ या क्रोकेटेड शामिल नहीं है) - 372.04 मिलियन डॉलर
भारत द्वारा फ्रांस से टॉप 5 एक्सपोर्ट
भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार भारत द्वारा फ्रांस से टॉप 5 एक्सपोर्ट की बात करें तो वित्त वर्ष 2023-24 में:- एयरक्राफ्ट, स्पेसक्राफ्ट और उसके पार्ट्स - 3.38 बिलियन डॉलर
- न्यूक्लियर रिएक्टर, बॉयलर, मशीनरी और मैकेनिकल कंपोनेंट; उसके पार्ट्स - 1.53 बिलियन डॉलर
- इलेक्ट्रिक मशीनरी और उपकरण और उसके पार्ट्स, साउंड रिकॉर्डर और रिप्रोड्यूयर, टेलीविजन इमेज और साउंड रिकॉर्डर और रिप्रोड्यूयर और पार्ट्स - 541.88 मिलियन डॉलर
- ऑप्टिकल, फोटोग्राफिक, सिनेमैटोग्राफिक माप, मेडिकल या सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स और उपकरण के पुर्जे और उनके सहायक उपकरण - 254.53 मिलियन डॉलर
- कई केमिकल प्रोडक्ट्स - 224.94 मिलियन डॉलर