Zoom News : Jan 14, 2021, 05:48 PM
कोटा। कोचिंग सिटी कोटा में पतंगबाजी के शौक ने मकर संक्रांति पर एक मासूम की जान ले ली। पतंग लूटने की प्रक्रिया में एक 14 साल का लड़का ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे दर्दनाक मौत हो गई। दुर्घटना का शिकार होने वाला लड़का अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। हादसे के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मचा हुआ था। उसी समय, पूरा इलाका असंगत हो गया। परिजनों की मांग पर पुलिस ने बिना पोस्टमार्टम के शव उन्हें सौंप दिया। लड़के का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वहीं, दोपहर तक राजधानी जयपुर में पतंगबाजी में घायल होने के बाद करीब डेढ़ दर्जन लोग सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे हैं।
जानकारी के मुताबिक, दुर्घटना कोटा के शहर के रेलवे कॉलोनी स्टेशन स्टेशन इलाके में हुई। महात्मा गांधी कॉलोनी निवासी 14 वर्षीय बालक करम बैरवा कुछ सामान खरीदने के लिए अपने घर से निकला था। इस दौरान रास्ते में पतंग लूटने के लिए वह उसके पीछे भागा। जब वह दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रेक पर चला, तो उसे पता नहीं चला। इसी बीच अवध एक्सप्रेस ट्रेन वहां से गुजरी। पतंग लूटने के कारण लड़के का ध्यान ट्रेन की तरफ नहीं गया और वह पकड़ा गया। जैसे ही ट्रेन ने टक्कर मारी, उसकी बारिश तेज हो गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।मौके से कुछ लोगों ने पुलिस और लड़के करम के पिता सत्यनारायण को सूचित किया। हादसे की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद करम के पिता सत्यनारायण, उनकी माँ और उनकी छोटी बहन के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां बिखरे लड़के के शवों को निकाला। मृतक के परिजनों ने उसका पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया। उसके बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया। घटना के हालात देखकर लोगों का दिल मुंह पर आ गया। दिल्ली-मुंबई ट्रेक पर करम के जूते और पतंगें बिखरी हुई थीं। करम सातवीं कक्षा में पढ़ता था।
जानकारी के मुताबिक, दुर्घटना कोटा के शहर के रेलवे कॉलोनी स्टेशन स्टेशन इलाके में हुई। महात्मा गांधी कॉलोनी निवासी 14 वर्षीय बालक करम बैरवा कुछ सामान खरीदने के लिए अपने घर से निकला था। इस दौरान रास्ते में पतंग लूटने के लिए वह उसके पीछे भागा। जब वह दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रेक पर चला, तो उसे पता नहीं चला। इसी बीच अवध एक्सप्रेस ट्रेन वहां से गुजरी। पतंग लूटने के कारण लड़के का ध्यान ट्रेन की तरफ नहीं गया और वह पकड़ा गया। जैसे ही ट्रेन ने टक्कर मारी, उसकी बारिश तेज हो गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।मौके से कुछ लोगों ने पुलिस और लड़के करम के पिता सत्यनारायण को सूचित किया। हादसे की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद करम के पिता सत्यनारायण, उनकी माँ और उनकी छोटी बहन के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने वहां बिखरे लड़के के शवों को निकाला। मृतक के परिजनों ने उसका पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया। उसके बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया। घटना के हालात देखकर लोगों का दिल मुंह पर आ गया। दिल्ली-मुंबई ट्रेक पर करम के जूते और पतंगें बिखरी हुई थीं। करम सातवीं कक्षा में पढ़ता था।