जोधपुर / दहेज और बांझपन का ताना देने के बाद विवाहिता को जहर देकर मारा, परिजनों ने शव लेने से किया इनकार

जोधपुर में शादी के तीन साल बाद एक विवाहिता की संदिग्ध मौत हो गई। मृतका के भाई ने ससुराल वालों पर दहेज कम लाने और बांझपन का ताना देकर जहर देने का आरोप लगाया है। परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं और शव लेने से इनकार कर दिया है।

जोधपुर में शादी के महज तीन साल बाद एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। 32 वर्षीय खुशबू को चार दिनों तक मथुरादास माथुर अस्पताल में इलाज के बाद शुक्रवार सुबह दम तोड़ दिया और मृतका के भाई इंद्रजीत राजपुरोहित ने अपनी बहन के ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इंद्रजीत के अनुसार, खुशबू को उसके ससुराल वाले कम दहेज लाने और बांझ। होने का ताना देते थे, और इसी कारण उसे जहर देकर मारा गया है।

परिजनों ने शव उठाने से किया इनकार

खुशबू की मौत के बाद उसके परिजन न्याय की मांग पर अड़ गए हैं। उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया है और भाई इंद्रजीत का कहना है कि उनकी बहन को मौत देने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि खुशबू की आत्मा को शांति मिल सके। यह घटना पाली जिले के पिलोवनी गांव और जोधपुर से जुड़ी है।

मई 2022 में हुई थी शादी

इंद्रजीत राजपुरोहित ने बताया कि उनकी बहन खुशबू की शादी मई 2022 में पाली के पिलोवनी गांव निवासी हर्षित सिंह से हुई थी, जिसका परिवार जोधपुर में रहता है और हर्षित का जयपुर में सोलर का बिजनेस है और शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल वालों ने खुशबू को दहेज में कार नहीं लाने और बाद में बांझ होने का ताना देना शुरू कर दिया। इन सब बातों से खुशबू मानसिक और शारीरिक रूप से टूट गई थी।

जुलाई 2025 से पीहर में थी खुशबू

प्रताड़ना से परेशान होकर खुशबू जुलाई 2025 से अपने पीहर पाली में रह रही थी। 16 अक्टूबर 2025 को ससुराल पक्ष के लोग पाली आए और समाज के सामने वादा किया कि उसे कोई समस्या नहीं होगी। इस पर दीपावली से पहले खुशबू को उनके साथ भेज दिया गया। हालांकि, 21 अक्टूबर को दोपहर 12:30 बजे ससुराल वालों ने इंद्रजीत को फोन कर बताया कि खुशबू ने कुछ खा लिया है और तबीयत बिगड़ गई है। आरोप है कि ससुराल वाले उसे बेहोश होने के बाद ही अस्पताल लाए थे। शुक्रवार सुबह खुशबू ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। खुशबू MA पास थी और टीचर बनने का सपना देखती। थी, लेकिन ससुराल के तानों ने उसे डिप्रेशन में धकेल दिया।