Karan Johar News / करण जौहर का छलका दर्द: 'रब ने वो जोड़ी मेरे लिए नहीं बनाई…' अकेलेपन और सिंगल पेरेंटिंग पर खुलकर बोले फिल्ममेकर

बॉलीवुड फिल्ममेकर करण जौहर ने हाल ही में सानिया मिर्जा के पॉडकास्ट पर अपने अकेलेपन और सिंगल पेरेंट होने की भावनाओं को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी फिल्मों में प्यार की बातें होती हैं, लेकिन उनकी निजी जिंदगी में उन्हें वह जोड़ी नहीं मिली जिसकी उन्हें तलाश थी। करण ने हार्टब्रेक और एकतरफा प्यार के अनुभवों पर भी बात की।

बॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्ममेकर करण जौहर, जिनकी फिल्में अक्सर प्यार, रिश्तों और भावनाओं के इर्द-गिर्द घूमती हैं, ने हाल ही में अपनी निजी जिंदगी के एक संवेदनशील पहलू पर खुलकर बात की है और उन्हें अक्सर इंडस्ट्री में 'जोड़ी मेकर' के तौर पर जाना जाता है, क्योंकि उनकी फिल्मों ने अनगिनत प्रेम कहानियों को पर्दे पर उतारा है और एक पूरी पीढ़ी को प्यार करना सिखाया है। हालांकि, इस चमक-दमक के पीछे, करण की अपनी जिंदगी में एक खालीपन है, जिसके बारे में उन्होंने कई बार सार्वजनिक रूप से बात की है।

निजी जीवन का अकेलापन

करण जौहर, जो धर्मा प्रोडक्शन्स जैसी बॉलीवुड की सबसे बड़ी प्रोडक्शन कंपनियों में से एक के मालिक हैं, अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी खूब सुर्खियां बटोरते हैं। उन्होंने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में बनाई हैं, जिन्होंने दर्शकों को प्यार के कई रंग दिखाए हैं। लेकिन, इसके बावजूद, करण ने अपनी जिंदगी के उस खालीपन और अकेलेपन के बारे में भी बात की है, जो उन्हें अक्सर महसूस होता है। यह एक विरोधाभास है कि जो व्यक्ति दूसरों के लिए प्रेम कहानियाँ।

गढ़ता है, वह स्वयं अपने जीवन में उस प्रेम की तलाश में है। हाल ही में, करण जौहर ने टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के पॉडकास्ट पर अपनी लव लाइफ और सिंगल पेरेंट होने की भावनाओं के बारे में विस्तार से बात की। यह एक ऐसा मंच था जहाँ उन्होंने अपने दिल की बात कही और उन भावनाओं को साझा किया जो अक्सर सार्वजनिक जीवन में छिपी रह जाती हैं और उन्होंने बताया कि कैसे उनकी जिंदगी में एक ऐसा दौर था, जब वे वाकई प्यार चाहते थे, किसी का साथ चाहते थे और एक रिश्ते में बंधना चाहते थे। ये वो गहरी इच्छाएँ थीं जो उनके भीतर पल रही थीं।

हार्टब्रेक और एकतरफा प्यार के अनुभव

करण ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि वे हार्टब्रेक, एकतरफा प्यार जैसी हर चीज से गुजरे हैं। उन्होंने इन भावनाओं को इतनी गहराई से महसूस किया कि उन्होंने इस पर एक फिल्म भी बनाई। उनका मानना है कि इन अनुभवों ने ही उन्हें आगे बढ़ने में मदद की। यह दर्शाता है कि कैसे उनके व्यक्तिगत अनुभव उनकी कला का हिस्सा बन गए और उन्हें अपनी भावनाओं को रचनात्मक रूप से व्यक्त करने का अवसर मिला और इन अनुभवों ने उन्हें एक मजबूत इंसान बनाया और उन्हें जीवन की सच्चाइयों का सामना करने की शक्ति दी।

घर और जिम्मेदारियों का बंधन

जब लोग उनसे बाहर जाने और नए रिश्ते तलाशने की सलाह देते हैं, तो करण का जवाब होता है कि वे कहाँ जाएँ। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी माँ और उनके दो बच्चे उनके साथ हैं, और उन्हें यहीं रहना पड़ेगा और यह उनकी जिम्मेदारियों और परिवार के प्रति उनके गहरे लगाव को दर्शाता है। एक सिंगल पेरेंट के रूप में, उनकी प्राथमिकताएँ स्पष्ट हैं और वे अपने बच्चों और माँ के साथ अपने जीवन को समर्पित करते हैं। यह स्थिति उन्हें सामाजिक अपेक्षाओं और व्यक्तिगत इच्छाओं के बीच संतुलन बनाने के लिए मजबूर करती है।

अकेलेपन का अहसास

करण ने स्वीकार किया कि वे भी अकेला महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक सच है कि आप जिंदगी की ऊँचाइयों पर सबसे ज्यादा अकेलापन महसूस करते हैं। यह एक सार्वभौमिक भावना है जो अक्सर सफल व्यक्तियों द्वारा अनुभव की जाती है। उनके अनुसार, अकेले खाना खाना भी उन्हें काफी परेशान करता है। यह छोटी-छोटी बातें हैं जो अकेलेपन के अहसास को और गहरा कर देती हैं। यह दर्शाता है कि बाहरी सफलता के बावजूद, मानवीय संबंध और भावनात्मक जुड़ाव की आवश्यकता बनी रहती है।

'रब ने वो जोड़ी मेरे लिए नहीं बनाई'

अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए, करण जौहर ने अंत में एक। मार्मिक बात कही: 'रब ने वो जोड़ी मेरे लिए नहीं बनाई है। ' यह उनके जीवन की एक गहरी स्वीकारोक्ति है कि शायद नियति ने उनके लिए एक रोमांटिक साथी का निर्धारण नहीं किया है। यह बयान उनके अकेलेपन और प्रेम की तलाश में उनकी यात्रा का एक दुखद निष्कर्ष प्रस्तुत करता है, जहाँ वे अपनी नियति को स्वीकार करते हुए भी अपनी भावनाओं को व्यक्त करने से नहीं कतराते।