News18 : Apr 25, 2020, 05:45 PM
चंडीगढ़। देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर जारी है। संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24 हजार के पार पहुंच गई है। पूरे देश में तेजी से लोगों की जांच की जा रही है जिसके चलते नए केस तेजी से सामने आ रहे हैं। जहां एक और भारत ने चीन (China) और साउथ कोरिया (South Korea) से कोरोना वायरस की जांच किट (Coronavirus Test Kits) मंगाई हैं वहीं भारत में भी इसे बनाने का काम शुरू हो गया है। हरियाणा (Haryana) में साउथ कोरिया की डायग्नोस्टिक किट निर्माता कंपनी एसडी बायोसेंसर ने गुरुग्राम में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट बनाने की शुरुआत कर दी है। कंपनी का दावा है कि ये किट कोविड19 (Covid-19) का टेस्ट 15 मिनट में पूरा कर देती है।
मानेसर प्लांट हेड, अंशुल सारस्वत का कहना है कि हमें छत्तीसगढ़ से इस किट के लिए ऑर्डर मिले हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने भी 1 लाख किट का ऑर्डर दिया था जिसमें से 25 हजार किट डिलिवर की जा चुकी हैं। बाकी भी जल्द भेज दी जाएंगी। सारस्वत ने बताया कि कुछ और उत्पादों की जांच आईसीएमआर द्वारा की जा रही है।
चीनी कंपनियों ने कहा हम सहयोग के लिए तैयार
पिछले दिनों भारत ने चीन से 5।5 लाख टेस्ट किट खरीदी थी लेकिन कई राज्यों में नमूनों की जांच संतोषजनक नहीं थी इसलिए भारत ने 2 दिन के लिए एंटीबॉडी रैपिड टेस्टिंग किट के परीक्षण पर रोक लगा दी थी। इस प्रकरण के बाद भारत में कोविड-19 की त्वरित जांच के लिए 5।5 लाख किट की आपूर्ति करने वाली चीन की दो कंपनियों ने कहा है कि वे अपने उत्पादों के परिणामों में सटीकता नहीं होने की शिकायतों के मामले में जांच में सहयोग को तैयार हैं।अलग-अलग बयानों में ग्वांगझोऊ वोंदफो बायोटेक और लिवजोन डायग्नोस्टिक्स ने कहा कि वे अपने उत्पादों के लिए गुणवत्ता नियम का कड़ाई से पालन करती हैं। कंपनियों ने कहा कि सटीक परिणाम पाने के लिए किटों को रखे जाने और उनके इस्तेमाल के लिए विशेष दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।
सही नतीजे न मिलने पर भारत ने लगा दी थी रोक
देश की शीर्ष चिकित्सा अनुसंधान इकाई ‘भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद’ (आईसीएमआर) ने मंगलवार को राज्यों को सलाह दी थी कि दो दिन के लिए इसका इस्तेमाल रोक दिया जाए। उसने रैपिड जांच किटों के परिणाम सही नहीं आने की शिकायतों के बाद इस संबंध में जांच की बात कही थी।पिछले सप्ताह भारत ने चीन की दोनों कंपनियों से 5।5 लाख त्वरित एंटीबॉडी जांच किट खरीदी थी। इन्हें कई राज्यों में वितरित किया गया था।
मानेसर प्लांट हेड, अंशुल सारस्वत का कहना है कि हमें छत्तीसगढ़ से इस किट के लिए ऑर्डर मिले हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने भी 1 लाख किट का ऑर्डर दिया था जिसमें से 25 हजार किट डिलिवर की जा चुकी हैं। बाकी भी जल्द भेज दी जाएंगी। सारस्वत ने बताया कि कुछ और उत्पादों की जांच आईसीएमआर द्वारा की जा रही है।
चीनी कंपनियों ने कहा हम सहयोग के लिए तैयार
पिछले दिनों भारत ने चीन से 5।5 लाख टेस्ट किट खरीदी थी लेकिन कई राज्यों में नमूनों की जांच संतोषजनक नहीं थी इसलिए भारत ने 2 दिन के लिए एंटीबॉडी रैपिड टेस्टिंग किट के परीक्षण पर रोक लगा दी थी। इस प्रकरण के बाद भारत में कोविड-19 की त्वरित जांच के लिए 5।5 लाख किट की आपूर्ति करने वाली चीन की दो कंपनियों ने कहा है कि वे अपने उत्पादों के परिणामों में सटीकता नहीं होने की शिकायतों के मामले में जांच में सहयोग को तैयार हैं।अलग-अलग बयानों में ग्वांगझोऊ वोंदफो बायोटेक और लिवजोन डायग्नोस्टिक्स ने कहा कि वे अपने उत्पादों के लिए गुणवत्ता नियम का कड़ाई से पालन करती हैं। कंपनियों ने कहा कि सटीक परिणाम पाने के लिए किटों को रखे जाने और उनके इस्तेमाल के लिए विशेष दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।
सही नतीजे न मिलने पर भारत ने लगा दी थी रोक
देश की शीर्ष चिकित्सा अनुसंधान इकाई ‘भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद’ (आईसीएमआर) ने मंगलवार को राज्यों को सलाह दी थी कि दो दिन के लिए इसका इस्तेमाल रोक दिया जाए। उसने रैपिड जांच किटों के परिणाम सही नहीं आने की शिकायतों के बाद इस संबंध में जांच की बात कही थी।पिछले सप्ताह भारत ने चीन की दोनों कंपनियों से 5।5 लाख त्वरित एंटीबॉडी जांच किट खरीदी थी। इन्हें कई राज्यों में वितरित किया गया था।