राजस्थान / चूरु में टिड्डियों का 'आतंक' जारी , हेलीकॉप्टर से हुआ दवा का छिड़काव

Zoom News : Jul 18, 2020, 03:04 PM

राजस्थान के चूरु जिले की बिदासर तहसील के तेंहदेसर व ईयारा क्षेत्र में मई महीने से ही लगातार टिड्डी दलों ने पड़ाव डाल रखा है. कृषि विभाग व टिड्डी नियंत्रण विभाग के द्वारा टिड्डी दलों को मारने का भरसक प्रयास किया गया. लेकिन टिड्डी दल वयस्क होने के कारण बार-बार अंडे देने और नए दल पैदा होने के कारण कृषि विभाग व टिड्डी नियंत्रण विभाग के सामने समस्या खड़ी हो रही थी.

इसी को देखते हुए शनिवार को बिदासर तहसील के तेहनदेसर व ईयारा क्षेत्र में हेलीकॉप्टर की मदद से मेलाथियान युवी वे लिमडा दवा का छिड़काव कर, टिड्डी दलों को मारा गया है. इस मौके पर एलसीओ प्रभारी वीडी निगम ने कहा कि, हम मई महीने से ही लगातार इस क्षेत्र में टिड्डी दलों को मारने का प्रयास कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि, ट्रैक्टरों के माध्यम से, ऑटोमेटिक गाड़ियों के माध्यम से छिड़काव कर, टिड्डी दलों को मारने का प्रयास किया. लेकिन पूरी तरह से नियंत्रण नहीं किया जा सका. इसी को देखते हुए शनिवार को हेलीकॉप्टर से दवा का छिड़काव किया गया है. आगे भी जरूरत पड़ी तो फिर इस क्षेत्र में हेलीकाप्टर की मदद ली जाएगी.


इससे पहले केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि, राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरु, झुंझुनू, पाली, सीकर  जिलों में छोटी गुलाबी टिड्डी और वयस्क पीले टिड्डी सक्रिय हैं, लेकिन नियंत्रण अभियान लगातार जारी है.

मंत्रालय ने बताया कि, मंगलवार रात राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरु, झुंझुनू और सीकर जिलों में 27 स्थानों पर नियंत्रण अभियान चलाया गया. मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 11 अप्रैल से लेकर 14 जुलाई, 2020 तक टिड्डी सर्कल कार्यालयों (एलसीओ) द्वारा राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों के 1,68,315 हेक्टेयर क्षेत्र में नियंत्रण अभियान चलाया गया है. वहीं 14 जुलाई, 2020 तक राज्य सरकारों द्वारा राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हरियाणा और बिहार के 1,47,321 हेक्टेयर क्षेत्र में नियंत्रण अभियान चलाया गया है.

वर्तमान में स्प्रे उपकरण लगे वाहनों से युक्त 79 नियंत्रण दल और केन्द्र सरकार के 200 से ज्यादा कर्मचारी, 50 तकनीक अधिकारी और संविदा आधार पर 22 चालक टिड्डी नियंत्रण अभियान से जुड़े हुए हैं और यूके से 15 नए उल्वामास्ट स्प्रेयर भारत पहुंच चुके हैं.

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