News18 : Sep 08, 2020, 09:42 AM
श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर में कब्रिस्तान (Muslim Cemetery) में एक बुजुर्ग के शव को दफनाने से रोकने का मामला सामने आया है। घटना बीते 6 सितंबर की बताई जा रही है। बुजुर्ग की बेटी का आरोप है कि उन्होंने एक हिंदू (Hindu) लड़के से शादी कर वही धर्म अपना लिया। इससे नाराज सामाज के लोगों ने उनके पिता का शव कब्रिस्तान में दफनाने से रोक दिया। बाद में पुलिस की मदद से शव को सुपुर्द-ए-खाक किया जा सका। श्योपुर पुलिस (Sheopur Police) भी शव को दफनाने से रोकने की पुष्टि कर रही है, लेकिन मृतक की बेटी द्वारा लगाए जा रहे आरोपों से इनकार कर रही है।
श्योपुर शहर से सटे सलापुरा स्थित आबू सैयद वाले कब्रिस्तान का मामला है, जहां एक बुजुर्ग के शव को दफनाने को लेकर विवाद हुआ। मृतक की बेटी रवीना ने बताया कि उसने हिन्दू समाज के युवक से शादी करके उन्होंने अपने पति का धर्म अपना लिया था। इसी बात को लेकर रविवार को जब सलापुरा कब्रिस्तान के पास पुराने बने मकानों में रह रहे रवीना के पिता ईदा खान की मौत हो गई तो मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने उनके शव को कब्रिस्तान में दफन करने से रोक दिया।
पुलिस ने नहीं की मददरवीना की मानें तो उन्होंने समाज के लोगों से निवेदन किया, लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। इसके बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस से मदद मांगी, लेकिन कोतवाली पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की। इसके बाद उन्हें चम्बल आईजी को फोन करके मदद मांगनी पड़ी, तब जाकर स्थानीय पुलिस उनकी मदद के लिए मौके पर पहुंची। फिर उनके पिता के शव का अंतिम संस्कार किया गया।कब्रिस्तान की जमीन को लेकर विवादगौरतलब है कि इस कब्रिस्तान की जमीन पर वक्फ कमेटी और ईदा खान के विरुद्ध केस चल रहा है। विगत दिनों कब्रिस्तान की जमीन पर मकान बनाने को लेकर हुए विवाद में करीब 30 लोगों पर बलवा करने की एफआईआर भी ईदा खान की बेटी रवीना शर्मा (अब) की रिपोर्ट पर हुई थी। रवीना का आरोप है उन्होंने मुस्लिम धर्म त्याग कर हिंदू धर्म अपना लिया है। इसी बात को लेकर समाज के ठेकेदार उनके परिवार से चिढ़े हुए हैं।
पुलिस की दलीलइस मामले में कोतवाली टीआई रमेश डांडे ने भी माना कि मृतक के शव को दफनाने से रोका गया था, लेकिन उन्होंने कहा कि बेटी का दूसरे धर्म में शादी को लेकर विवाद जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। मृतक के परिजन कब्र के ऊपर गड्डा खोदकर शव दफन कर रहे थे। इस लिए शव को दफनाने से रोकने की जानकारी मिली है। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया है। शिकायतों पर जांच की जा रही है।
श्योपुर शहर से सटे सलापुरा स्थित आबू सैयद वाले कब्रिस्तान का मामला है, जहां एक बुजुर्ग के शव को दफनाने को लेकर विवाद हुआ। मृतक की बेटी रवीना ने बताया कि उसने हिन्दू समाज के युवक से शादी करके उन्होंने अपने पति का धर्म अपना लिया था। इसी बात को लेकर रविवार को जब सलापुरा कब्रिस्तान के पास पुराने बने मकानों में रह रहे रवीना के पिता ईदा खान की मौत हो गई तो मुस्लिम समाज के कुछ लोगों ने उनके शव को कब्रिस्तान में दफन करने से रोक दिया।
पुलिस ने नहीं की मददरवीना की मानें तो उन्होंने समाज के लोगों से निवेदन किया, लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। इसके बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस से मदद मांगी, लेकिन कोतवाली पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की। इसके बाद उन्हें चम्बल आईजी को फोन करके मदद मांगनी पड़ी, तब जाकर स्थानीय पुलिस उनकी मदद के लिए मौके पर पहुंची। फिर उनके पिता के शव का अंतिम संस्कार किया गया।कब्रिस्तान की जमीन को लेकर विवादगौरतलब है कि इस कब्रिस्तान की जमीन पर वक्फ कमेटी और ईदा खान के विरुद्ध केस चल रहा है। विगत दिनों कब्रिस्तान की जमीन पर मकान बनाने को लेकर हुए विवाद में करीब 30 लोगों पर बलवा करने की एफआईआर भी ईदा खान की बेटी रवीना शर्मा (अब) की रिपोर्ट पर हुई थी। रवीना का आरोप है उन्होंने मुस्लिम धर्म त्याग कर हिंदू धर्म अपना लिया है। इसी बात को लेकर समाज के ठेकेदार उनके परिवार से चिढ़े हुए हैं।
पुलिस की दलीलइस मामले में कोतवाली टीआई रमेश डांडे ने भी माना कि मृतक के शव को दफनाने से रोका गया था, लेकिन उन्होंने कहा कि बेटी का दूसरे धर्म में शादी को लेकर विवाद जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। मृतक के परिजन कब्र के ऊपर गड्डा खोदकर शव दफन कर रहे थे। इस लिए शव को दफनाने से रोकने की जानकारी मिली है। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया है। शिकायतों पर जांच की जा रही है।