Covid-19 / टेस्टिंग बढ़ाने से मिल रहे नए पॉजिटिव मरीज, राजस्थान के डेथ रेट में कमी

Zoom News : Jul 16, 2020, 11:21 PM

राजस्थान (Rajasthan) में कोरोना जांच (Corona Testing) और मृत्यु दर को लेकर सरकार की ओर से बड़ा दावा किया गया है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा (Raghu Sharma) ने कहा है कि सेम्पल जांच की संख्या को बढ़ाकर औसतन प्रतिदिन 25 हजार करने से पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तो वृद्धि हो रही है, लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है. पॉजिटिव लोगों का जल्दी पता लगने से उनका समय पर उपचार हो रहा है और इससे रिकवरी रेट (Recovery Rate) में सुधार तथा कोरोना से होने वाले मृत्यु दर (Death Rate) में लगातार कमी आ रही है


चिकित्सा मंत्री ने की समीक्षा

डॉ. शर्मा ने गुरुवार को कोरोना की रोकथाम एवं नियंत्रण के संबंध में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी. बैठक में प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अखिल अरोड़ा, चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गैलरिया, एमडी एनएचएम नरेश ठकराल, आरयूएचएस के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भण्डारी, निदेषक जनस्वास्थ्य डॉ. के. के. शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे


कोरोना से होने वाली मृत्यु दर कम होकर अब 2 प्रतिशत

चिकित्सा मंत्री ने प्रदेश में कोरोना की स्थिति की विस्तार से समीक्षा की. उन्होने बताया कि प्रदेश में अब तक 11 लाख से अधिक कोरोना सैंपल की जांच की जा चुकी है. 27 स्थानों पर कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है. प्रति 10 लाख सैंपल की दृष्टि से राजस्थान देश के अग्रणी प्रदेशों में शामिल है. राष्ट्रीय औसत 9168 की तुलना में राजस्थान में प्रति 10 लाख की आबादी पर 14122 सैंपल लिए जा रहे है. राजस्थान की पॉजिटिव रेट 2.35 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय औसत 7.82 है. इसी प्रकार राजस्थान की रिकवरी रेट लगभग 74 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय औसत 63.27 प्रतिशत है. राजस्थान में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर कम होकर अब 2 प्रतिशत रह गई है, जबकि राष्ट्रीय औसत 2.60 है. जुलाई महीने में राजस्थान में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर 1.54 प्रतिशत रही है


अधिक पॉजिटिव आने वाले जिलों में अतिरिक्त चिकित्सा दल

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अधिक पॉजिटिव आने वाले जिलों में अतिरिक्त चिकित्सा दल एवं अधिकारियों को भिजवाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कोरोना के संबंध में संचालित किए जा रहे जागरुकता अभियान को निरन्तर जारी रखने की आवश्यकता प्रतिपादित की. उन्होंने प्रदेश भर में कोरोना के सुपर स्प्रेडर्स और घरेलु कार्य करने वालों के बारे में सावधानी बरतने पर बल दिया. कार्य स्थलों पर कोरोना के रोकथाम के संबंध में संबंधित मालिक की जिम्मेदारी तय करने और लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए.


कटेंनमेंट को सुदृढ करने के निर्देश

डॉ. रघु शर्मा ने जोधपुर में दक्षिण भारत एवं मुम्बई से आने वाले लोगों से पॉजिटिव मरीजों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए विशेष सतर्कता बरते और कटेंनमेंट को सुदृढ करने के निर्देश दिए. पाली में संभावित कम्युनिटी स्प्रेड को देखते हुए अतिरिक्त चिकित्सा दल भिजवाने, अलवर के भिवाड़ी में श्रमिकों के लिए औद्योगिक संस्थानों में क्वारंटाइन की व्यवस्था करने, बीकानेर की वॉलसिटी में सैंपल की संख्या बढ़ाने, बाड़मेर और जालोर में भी अतिरिक्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए.


47 गंभीर मरीजों का प्लाज्मा थैरेपी से उपचार

डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रदेश में अब तक 47 गंभीर मरीजों का प्लाज्मा थैरेपी से उपचार किया गया है और इसके शत प्रतिशत परिणाम रहे है. प्लाज्मा थैरेपी द्वारा वेंटिलेटर पर चल रहे 5 मरीजों का भी उपचार किया गया है. उन्होंने प्लाज्मा थैरेपी से उपचार के महत्व को ध्यान रखते हुए प्रदेशभर में पॉजिटिव से नेगेटिव होने वाले लोगों की सूची बनाने के निर्दश दिए. इन लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि प्लाज्मा थैरेपी से उपचार के लिए प्लाज्मा बैंक को बढ़ाया जा सके. अब तक पॉजिटिव से नेगेटिव हुए 20 व्यक्ति प्लाज्मा डॉनेट करने के लिए अपनी रजामंदी दे चुके हैं.  एसएमएस मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा थैरेपी से हुए उपचार के संबंध में आईसीएमआर ने प्रशनसा पत्र भिजवाया है. कोरोना पॉजिटिव गंभीर प्रकृति के रोगियों को उपचार के लिए आवष्यक होने पर लगभग 40 हजार रूपये कीमत के टोसिलीजुमेब इंजेक्षन भी लगाए गए है.

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