Dainik Bhaskar : Aug 14, 2019, 09:53 PM
राहुल ने कहा था- कश्मीर से हिंसक घटनाओं की खबरें आ रहीं, प्रधानमंत्री मामले में पारदर्शिता बरतेंसत्यपाल मलिक ने कहा था- एयरक्राफ्ट भेज देता हूं, राहुल खुद कश्मीर आकर यहां के हालात देख लेंनई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के बीच घाटी के हालात को लेकर बयानबाजी जारी है। राहुल ने बुधवार को मलिक पर तंज कसते हुए उन्हें ‘मालिक’ कहा। उन्होंने कहा- मैं कश्मीर आने के लिए आपका निमंत्रण बिना शर्त स्वीकार करता हूं। मैं कब आ सकता हूं?
राहुल ने कहा था- कश्मीर आने के लिए एयरक्राफ्ट नहीं, आजादी की जरूरतराहुल ने मंगलवार को मलिक को ट्वीट किया था, “प्रिय राज्यपाल मलिक, विपक्षी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के आपके निमंत्रण को स्वीकार करता हूं। हमें एयरक्राफ्ट की जरूरत नहीं है। बस वहां के लोगों, मुख्यधारा के नेताओं और हमारे जवानों भाइयों से मिलने की आजादी दीजिए।”
मैंने राहुल को आमंत्रित किया: मलिक
पिछले सप्ताह राहुल गांधी ने कहा था कि घाटी से हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वे इस मामले को पूरी शांति और पारदर्शिता से देखें। इसे लेकर बढ़ रहे असंतोष को खत्म करें। इस पर राज्यपाल मलिक ने कहा था, “मैंने राहुल गांधी को जम्मू-कश्मीर आने के लिए आमंत्रित किया है। मैं उनके लिए एयरक्राफ्ट भेजूंगा ताकि वे कश्मीर आकर यहां के जमीनी हालात देख सकें।”
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत लगभग 500 राजनीतिक कार्यकर्ता और मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के नेता लगभग एक सप्ताह से नजरबंद हैं।
राहुल ने कहा था- कश्मीर आने के लिए एयरक्राफ्ट नहीं, आजादी की जरूरतराहुल ने मंगलवार को मलिक को ट्वीट किया था, “प्रिय राज्यपाल मलिक, विपक्षी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आने के आपके निमंत्रण को स्वीकार करता हूं। हमें एयरक्राफ्ट की जरूरत नहीं है। बस वहां के लोगों, मुख्यधारा के नेताओं और हमारे जवानों भाइयों से मिलने की आजादी दीजिए।”
मैंने राहुल को आमंत्रित किया: मलिक
पिछले सप्ताह राहुल गांधी ने कहा था कि घाटी से हिंसक घटनाओं की खबरें आ रही हैं। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वे इस मामले को पूरी शांति और पारदर्शिता से देखें। इसे लेकर बढ़ रहे असंतोष को खत्म करें। इस पर राज्यपाल मलिक ने कहा था, “मैंने राहुल गांधी को जम्मू-कश्मीर आने के लिए आमंत्रित किया है। मैं उनके लिए एयरक्राफ्ट भेजूंगा ताकि वे कश्मीर आकर यहां के जमीनी हालात देख सकें।”
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत लगभग 500 राजनीतिक कार्यकर्ता और मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के नेता लगभग एक सप्ताह से नजरबंद हैं।