- भारत,
- 01-Jul-2025 10:00 AM IST
PM Modi Schedule: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से आठ दिवसीय विदेश यात्रा पर निकलेंगे, जिसमें वे अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के पांच देशों—घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया—का दौरा करेंगे। यह यात्रा न केवल भारत की वैश्विक रणनीतिक भूमिका को सशक्त बनाने का प्रयास है, बल्कि दक्षिण-दक्षिण सहयोग और बहुपक्षीय मंचों पर भारत की प्रभावी भागीदारी को भी दर्शाता है।
1. घाना (2-3 जुलाई): ऐतिहासिक पुनःप्रवेशपीएम मोदी अपने दौरे की शुरुआत पश्चिमी अफ्रीका के देश घाना से करेंगे। यह 30 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। वे राष्ट्रपति नाना अकुफो-एडो और प्रधानमंत्री से मुलाकात कर आर्थिक सहयोग, रक्षा भागीदारी और ऊर्जा क्षेत्र में समझौते कर सकते हैं। इसके अलावा, मोदी ECOWAS (इकोनॉमिक कम्युनिटी ऑफ वेस्ट अफ्रीकन स्टेट्स) और अफ्रीकी संघ के साथ भारत की भूमिका को भी सशक्त करने का प्रयास करेंगे। वे घाना की संसद को भी संबोधित करेंगे।2. त्रिनिदाद और टोबैगो (3-4 जुलाई): भारतीय विरासत के साथ रणनीतिक साझेदारीइस कैरेबियाई राष्ट्र में पीएम मोदी की यह पहली यात्रा होगी। यहां वे राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से मिलेंगे। भारतवंशियों की बड़ी आबादी वाला यह देश सांस्कृतिक रूप से भारत के करीब है। मोदी यहां की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित कर सकते हैं और शिक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल सहयोग पर समझौते हो सकते हैं।3. अर्जेंटीना (4-5 जुलाई): व्यापार और ऊर्जा पर फोकसअर्जेंटीना यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति जेवियर माइली से मिलेंगे। इस मुलाकात में रक्षा, कृषि, खनन, तेल और गैस, नवीकरणीय ऊर्जा और द्विपक्षीय व्यापार पर गहन चर्चा होगी। अर्जेंटीना लिथियम और अन्य खनिज संसाधनों में समृद्ध है, जिसे भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए रणनीतिक माना जा रहा है।4. ब्राजील (5-8 जुलाई): 17वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलनब्रिक्स समूह के 17वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मोदी ब्राजील पहुंचेंगे। वे राष्ट्रपति लुईज़ इनासियो लूला दा सिल्वा से भी मिलेंगे और व्यापार, रक्षा, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और ऊर्जा सुरक्षा जैसे विषयों पर बातचीत करेंगे। यह उनकी चौथी ब्राजील यात्रा होगी। ब्रिक्स के मंच से भारत विकासशील देशों की आवाज को वैश्विक मंचों पर उठाएगा।5. नामीबिया (9 जुलाई): विरासत और खनिज संसाधनों पर साझेदारीदौरे का अंतिम पड़ाव नामीबिया होगा, जहां मोदी राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मिलेंगे। वे स्वतंत्रता सेनानी और पहले राष्ट्रपति डॉ. सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि देंगे और संसद को भी संबोधित कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि नामीबिया से ही चीतों को भारत लाया गया था, जिससे दोनों देशों के बीच जैव विविधता संरक्षण में सहयोग बढ़ा है।वैश्विक कूटनीति में भारत की उभरती छविप्रधानमंत्री मोदी का यह बहु-क्षेत्रीय दौरा भारत की “वसुधैव कुटुम्बकम्” नीति को धरातल पर उतारने का उदाहरण है। यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को सशक्त करेगी, बल्कि भारत की वैश्विक नेतृत्व क्षमता को भी नए आयाम देगी। अफ्रीका और लैटिन अमेरिका जैसे क्षेत्र भारत की ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, रक्षा और आर्थिक रणनीति में अहम स्थान रखते हैं—और यह यात्रा उस दिशा में एक निर्णायक कदम है।