इंडिया / प्रियंका गांधी ने अर्थव्यस्था में सुस्ती को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर साधा निशाना

NDTV : Sep 17, 2019, 04:05 PM
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है. मंगलवार को उन्होंने (Priyanka Gandhi) कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहती है. प्रियंका गांधी ने इसे लेकर एक ट्वीट भी किया. उन्होंने (Priyanka Gandhi) ट्वीट में लिखा कि भाजपा सरकार से बस इतना ही कहना है कि आप जो इधर उधर की बात करके कारवां लुट जाने देने की जिम्मेदारी से बचना चाहते हो, यह मुश्किल होगा. लोग देख रहे हैं. एक और कम्पनी पर पड़ी मंदी की मार और लोग होंगे बेरोजगार. प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक खबर की साझा की है जिसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा के संयंत्र में 17 दिनों तक किसी भी तरह का विनिर्माण नहीं होगा. ऐसे में कई और लोगों की छटनी होने की बात कही गई जा रही है.

बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर सुस्त अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर हमला बोला हो. इससे पहले केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार (Santosh Gangwar) के बेरोजगार युवाओं को लेकर दिए गए बयान पर प्रियंका गांधी ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि मंत्रीजी, 5 साल से ज्यादा आपकी सरकार है. नौकरियां पैदा नहीं हुईं. जो नौकरियां थीं वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं. नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे. आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं. ये नहीं चलेगा.हालांकि बयान पर फजीहत के बाद संतोष गंगवार ने सफाई दी है. संतोष गंगवार ने कहा, मैंने जो कहा था उसका अलग संदर्भ था. देश में योग्यता (स्किल) की कमी है और सरकार ने इसके लिए कौशल विकास मंत्रालय भी खोला है. इस मंत्रालय का काम नौकरी के हिसाब से बच्चों को शिक्षित करना है.

बता दें कि संतोष गंगवार ने शनिवार को बरेली में संवाददाताओं से बातचीत में कहा था, 'देश में रोजगार की कमी नहीं है लेकिन उत्तर भारत में जो रिक्रूटमेंट करने आते हैं, इस बात का सवाल करते हैं कि जिस पद के लिए हम (कर्मचारी) रख रहे हैं उसकी क्वालिटी का व्यक्ति हमें कम मिलता है.' उन्होंने कहा था कि आजकल अखबारों में रोजगार की बात आ रही है. हम इसी मंत्रालय को देखने का काम करते हैं और रोज ही इसी का मंथन करने का काम करते हैं. बात हमारे समझ में आ गई है. रोजगार दफ्तर के अलावा भी हमारा मंत्रालय इसको मॉनिटर कर रहा है.'

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