देश / शानदार अगुवाई से लेकर राजनीतिक घमासान तक, भारत में ऐसे हुआ राफेल का स्वागत

AajTak : Jul 30, 2020, 08:23 AM
नई दिल्ली | देश को आखिरकार लंबे इंतजार के बाद राफेल लड़ाकू विमान मिल ही गया है। बुधवार को आसमान से बरसती हुई बारिश की बूंदों के रुकने के कुछ देर बाद ही अंबाला के एयरबेस पर पांच राफेल विमानों ने लैंडिंग की। फ्रांस से मिलने वाले कुल 36 विमानों में ये पहली खेप है, जिसका शानदार स्वागत हुआ। साथ ही साथ बुधवार को ही कई मोर्चों पर राजनीतिक घमासान भी देखने को मिला। हिन्दुस्तान में राफेल लड़ाकू विमानों का पहला दिन कैसा रहा, नज़र डालिए...

UAE से भरी उड़ान अंबाला में लैंडिंग

मंगलवार को फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी थी, जिसके बाद वो UAE में रुके। UAE से जब बुधवार सुबह उड़ान भरनी थी, तो अंबाला में लगातार बादल छाए हुए थे। जिस वजह से जोधपुर में एक बैकअप लैंडिंग प्लान तैयार किया गया, हालांकि जबतक राफेल विमान आए तबतक मौसम पूरी तरह साफ हो गया था। राफेल ने जब अंबाला एयरबेस की धरती पर कदम रखा, तो वाटर सैल्यूट के द्वारा उनका स्वागत किया गया।

‘’हैप्पी हंटिंग, हैप्पी लैंडिंग’’

UAE से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद राफेल लड़ाकू विमानों ने भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर लिया था। इस दौरान उनका स्वागत भारतीय नौ सेना के INS कोलकाता ने किया, जो समुद्री सीमा की रक्षा में लगा हुआ था। INS कोलकाता ने राफेल विमानों का भारतीय सीमा में स्वागत किया, साथ ही बधाई देते हुए कहा कि आप आसमान की ऊंचाइयों को छुएं, आपकी लैंडिंग सफल हो। जवाब में राफेल पायलट की ओर से भी INS कोलकाता को हैप्पी हंटिंग विश किया गया।

पीएम और रक्षा मंत्री ने किया स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल के आगमन पर संस्कृत भाषा में एक श्लोक ट्वीट किया, जिसका अर्थ था कि राष्ट्र रक्षा के समान कोई पुण्य नहीं, राष्ट्र रक्षा के समान कोई व्रत नहीं, राष्ट्र रक्षा के समान कोई यज्ञ नहीं।

वहीं, राफेल का लैंडिंग करते वक्त टचडाउन का वीडियो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डाला, जो देखते ही देखते वायरल हो गया। उन्होंने साथ ही लिखा कि ये वायुसेना के इतिहास में क्रांतिकारी बदलाव है, अब अगर कोई दुश्मन हमारी ज़मीन पर बुरी नज़र डालता है तो उसे कई बार सोचना होगा।

राहुल गांधी ने फिर किया सरकार से सवाल

राफेल लड़ाकू विमान का मसला लोकसभा चुनाव 2019 में जोरों पर था। राहुल गांधी की ओर से इस विमान की डील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया और गलत तरीके से अनिल अंबानी की कंपनी को फायदा पहुंचाने की बात कही गई। राहुल ने इस भ्रष्टाचार का सीधा आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही लगाया था। बुधवार को भी राहुल गांधी ने ट्वीट कर तीन सवाल पूछे जिसमें राफेल विमानों की सही कीमत, 126 विमानों की जगह 36 विमानों की डील क्यों और अनिल अंबानी को पहुंचे फायदे की सच्चाई जाननी चाही।

गौरतलब है कि भारत और फ्रांस के बीच गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट एग्रीमेंट के तहत राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा हुआ था। ये डील करीब 58 हजार करोड़ रुपये की थी, जिसके तहत भारत को आधुनिक सुविधाओं से लैस कुल 36 राफेल लड़ाकू विमान मिलने हैं। पहली खेप के तहत पांच विमान पहुंच गए हैं, इनके अलावा पांच अभी ट्रेनिंग पीरियड में हैं जो जल्द ही भारत पहुंचेंगे। सभी 36 विमानों की डिलीवरी 2021-22 तक पूरी होने की संभावना है।

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