Ashok Gehlot News / राजस्थान में अराजकता का माहौल,भाजपा-विधायक गुंडागर्दी में शामिल- गहलोत

पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और BJP विधायक अर्जुनलाल जीनगर पर युवक से मारपीट का आरोप लगाया। गहलोत ने चुनाव आयोग को भी घेरा, कहा कि वह BJP के दबाव में काम कर रहा है। उन्होंने कपासन जाकर पीड़ित परिवार से मिलने की घोषणा की।

Ashok Gehlot News: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि राज्य में चारों ओर अराजकता का माहौल बन चुका है। रेप, हत्या, चोरी और डकैती जैसे अपराध आम हो गए हैं। गहलोत ने आरोप लगाया कि अब तो भाजपा विधायक भी गुंडागर्दी में शामिल हो रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।

भाजपा विधायक पर मारपीट का आरोप

गहलोत ने चित्तौड़गढ़ के कपासन में हुई एक घटना का जिक्र किया, जहां भाजपा विधायक अर्जुनलाल जीनगर पर एक युवक, सूरज माली, के साथ मारपीट का आरोप लगा है। यह हमला कथित तौर पर तब हुआ जब सूरज ने विधायक को उनके चुनावी वादे, पानी की आपूर्ति, की याद दिलाई। गहलोत ने बताया कि इस हमले में सूरज को 25 से अधिक फ्रैक्चर हुए हैं और उनकी हालत इतनी गंभीर है कि डॉक्टर अभी तक उनका ऑपरेशन नहीं कर पा रहे हैं।

गहलोत ने सवाल उठाया, "क्या भाजपा विधायकों से सवाल पूछने पर आमजन की जान लेने का प्रयास किया जाएगा? क्या पुलिस ऐसे विधायक पर कार्रवाई करने की हिम्मत जुटा पाएगी?" उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस ने अभी तक इस मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। गहलोत ने घोषणा की कि वह कपासन जाकर पीड़ित के परिजनों से मुलाकात करेंगे।

वोट चोरी और चुनाव आयोग की चुप्पी

वोट चोरी के मुद्दे पर गहलोत ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सबूतों के साथ वोट चोरी के मुद्दे को सामने रखा, लेकिन चुनाव आयोग इस पर चुप है। गहलोत ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग भाजपा के दबाव में काम कर रहा है। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग में निष्पक्षता होती तो बेकार की बहस में नहीं पड़ता। मुख्य चुनाव आयुक्त की एक्टिंग जैसी बातें शोभा नहीं देतीं।"

लोकतंत्र पर सवाल

गहलोत ने कहा कि जब कोई नेता आंकड़े और सबूतों के साथ बात रखता है, तो चुनाव आयोग को सम्मान के साथ जवाब देना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि वोट चोरी की बात अब घर-घर तक पहुंच गई है, जिससे जनता में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर संदेह बढ़ रहा है। गहलोत ने EVM और VVPAT का जिक्र करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी EVM में छेड़छाड़ की संभावना को माना है, इसलिए VVPAT की व्यवस्था लागू की गई।