राजस्थान / जिस होटल में ठहरे हैं गहलोत खेमे के विधायक, उसे मिली बम से उड़ाने की धमकी

Zoom News : Aug 11, 2020, 11:34 AM

राजस्थान के जैसलमेर (Jaisalmer) जिले में एक सनसनीखेज खबर सामने आई है, जहां होटल सूर्यगढ़ (Hotel Suryagarh) को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. इसी होटल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे के विधायक ठहरे हुए हैं. धमकी से होटल प्रशासन के साथ-साथ आलाधिकारियों के भी होश उड़ गए. वहीं, इस सूचना से पूरे होटल में हड़कंप मच गया. वहीं, पुलिस अलर्ट हो गई है. पुलिस ने इस मामले में एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, धमकी देने वाले शख्स ने लैंडलाइन नंबर पर होटल में कॉल किया था. धमकी मिलते ही पुलिस-प्रसासन अलर्ट हो गई. इसके तुरंत बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई. सूचना के आधार पर पुलिस ने कोटा से एक युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस उससे पूरे मामले की जानकारी लेने की कोशिश कर रही है.


राजस्थान में एक महीने से सियासी ड्रमा चल रहा है

दरअसल, राजस्थान में पिछले एक महीने से सियासी ड्रमा चल रहा है. सचिन पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ गुड़गांव के एक होटल में ठहरे हुए हैं. इससे गहलोत सरकार पर संकट का बादल मडराने लगा है. ऐसे में सीएम गहलोत ने भी तोड़फोड़ से बचने के लिए अपने विधायकों की बाड़ेबंदी कर दी. पहले गहलोत खेमे के सभी विधायक जयपुर के एक होटल में ही ठहरे हुए थे, लेकिन 31 जुलाई को अपने सभी विधायकों को जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में शिफ्ट कर दिया. तब से सभी विधायक इसी होटल में ठहरे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, 14 अगस्त तक कांग्रेस के विधायकों को इसी होटल में रुकने के लिए कहा गया है, क्योंकि राजस्थान में विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से ही शुरू हो रहा है.

सचिन पायलट ने राहुल गांधी से मुलाकात की

सोमवार को सचिन पायलट ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की. इसके बाद माहौल एकदम बदला बदला सा नजर आ रहा है. शाम होते होते एक तरफ राजस्‍थान के पूर्व डिप्‍टी सीएम पायलट के समर्थक विधायक भंवरलाल शर्मा ने मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की, तो दूसरी तरफ कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने बयान जारी करते हुए एक बड़ा खुलासा किया. उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्थान के पूर्व डिप्‍टी सीएम सचिन पायलट की राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सोमवार को तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया, ताकि पायलट और उनके समर्थक विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों का निदान हो सके और मामले का उचित समाधान किया जा सके.

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