राम मंदिर के लिए निधि समर्पण / अयोध्या होंगी विश्व की सांस्कृतिक राजधानी : जाजू

Vikrant Shekhawat : Jan 31, 2021, 07:38 PM
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा के नवग्रह आश्रम में निधि समर्पण कार्यक्रम में राम मंदिर के प्रति आस्था का ज्वार उमड़ा। यहां नवग्रह आश्रम मोतीबेर का खेड़ा में एक समारोह आयोजित कर दानदाताओं का अभिनंदन किया गया। 


राम मंदिर निधि समर्पण अभियान के खंड निधि प्रमुख रामस्वरूप ओझा ने बताया कि समारोह में महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चित्तौड़ प्रान्त के निधि अभियान प्रमुख रवींद्र जाजू, विभाग संयोजक ओमप्रकाश आमेटा, विभाग संघचालक चांदमल सोमानी, सह जिला कार्यवाह कमल किशोर के सान्निध्य में राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण करने वाले दानदाताओं को माला और प्रभु श्रीराम का दुपट्टा भेंट करके अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर नवग्रह आश्रम के संचालक हंसराज जाट, मनफूल जाट ने पाँच लाख रु. एवं चिताम्बा के नाथूलाल सुखलाल गुर्जर ने पांच लाख इक्यावन हजार रुपए राममंदिर में सहयोग करने की घोषणा भी की।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में रवींद्र जाजू ने अपने उद्बोधन में भारत का गौरवशाली अतीत याद दिलाते हुए राममंदिर के लिए हुए संघर्षों का उलेख करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वाभिमान और जन-जन की आस्था का केंद्र भगवान राम का मंदिर आज की राष्ट्रीय आवश्यकता है। इसके लिए संपूर्ण समाज के राम भक्त मिलकर निधि एकत्रित कर बिना सरकारी आर्थिक सहायता के मंदिर का निर्माण कर रहे हैं। महामण्डलेश्वर हंसराम ने मंदिर की भव्यता बताते हुए कहा कि यह मंदिर केवल राममंदिर नही बल्कि राष्ट्र मंदिर है। यह दुनिया में अद्वितीय मंदिर होगा।


मंदिर ट्रस्ट और प्रमुख संतों के मार्गदर्शन के अनुसार घर'घर संपर्क करके राम मंदिर हेतु निधि समर्पण का आग्रह करके राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर का मार्ग प्रशस्त करेगा। इस स्वाभिमान के लिए 500 वर्षों तक चले अनेक संघर्षों में लाखों राम भक्त शहीद भी हुए तब जाकर यह अवसर आया है। संपूर्ण विश्व में इस प्रकार का यह एकमात्र मंदिर हो ऐसी अपेक्षा है इसी के अनुरूप तैयारी चल रही है।

इस अवसर पर 1 फरवरी से शुरू हो रहे घर—घऱ संपर्क अभियान हेतु 10,100 व 1000 रुपए के कूपन का भी विमोचन किया गया। समारोह में मंच संचालन विजयपाल वर्मा ने किया। समारोह में सरेरी खण्ड के  सभी मंडलों के दानदाता तथा कार्यकर्ता उपस्थित हुए। समारोह में माधव गोशाला के गोसेवक रामेश्वरलाल छीपा, खण्ड कार्यवाह महावीर गुर्जर, लक्ष्मण कुमावत, सुखदेव, सरपंच शिवप्रसाद  आदि अनेक लोग मौजूद रहे।

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